खरगोन। सरकारी अस्पतालों में सबसे बड़े अस्पताल में शुमार खरगोन जिला चिकित्सालय डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की कमी से जूझ रहा है.हालांकि कई बार चिकित्सालय के सिविल सर्जन ने शासन को पत्र लिखे चुके हैं लेकिन अभी तक शासन की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.
सिविल सर्जन डॉ राजेंद्र जोशी ने बताया कि चिकित्सालय में 34 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं, जिसमें से केवल 10 डॉक्टर ही उपलब्ध हैं. वहीं नर्सिंग स्टाफ के 180 पद स्वीकृत है जिसमें 120 नर्स काम कर रही हैं. इसके अलावा जो संसाधन है उसी में काम चला रहा है. वीआरएस लेने वाले डॉक्टरों को लेकर कहा कि कम डॉक्टर होने से डॉक्टरों पर दबाव ज्यादा रहता है और कई बार मरीजों के विरोध का सामना करना पड़ता है. कई डॉक्टर वीआरएस ले चुके हैं और कई डॉक्टर वीआरएस लेने की तैयारी में हैं. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो काफी परेशानियां सामने आएंगी.