खरगोन। कोरोना महामारी के बीच स्वास्थ्य विभाग के अमले ने यह साबित कर दिया की कोई भी मुसीबत कुछ नहीं बिगाड़ सकती. ऐसा ही एक मामला खरगोन के ग्रामीण अंचल में गुरूवार की रात्रि का सामने आया जहां बैड़िया स्थित 108 एंबुलेंस को रात के 9.30 बजे उमरधड़ गांव से डिलेवरी के लिए कॉल आया. लगभग तीस मिनट के बाद जबतक एंबुलेंस मौके पर पहुंची महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था, जिसके बाद ईएमटी संजय दांगी और पायलेट जितेंद्र खांडे ने जिम्मेदारी लेते हुए एंबुलेंस में ही महिला की नार्मल डिलेवरी करवाई, डॉक्टरों के मुताबिक तीनों बच्चें और मां एकदम स्वस्थ्य हैं.
इसके अलावा 2 ऐसे योद्धा है भी हैं जिन्होंने लगातार 16 घंटे वाहन चलाकर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों से पॉजिटिव और संभावित मरीजों को समय पर अस्पताल लाने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 22 अप्रैल को ईएमटी महेंद्र और पायलेट संजय गांगले ने विपरित परिस्थितियों में कोरोना मरीजों को लाने में अपनी तन्मयता व हौसले का परिचय दिया और जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कोरोना के 8 पॉजिटिव मरीज और 6 संभावित मरीजों को लाने के निर्देश मिले थे. जिसके बाद इन लोगों ने 16 घंटे लगातार वाहन चलाकर 14 मरीजों को 400 किमी का सफर तय किया, और समय पर अस्पताल पहुंचाकर सूझ-बूझ का परिचय दिया.