खरगोन। बड़वाह में इंदौर- इच्छापुर हाईवे पर स्थित नर्मदा पुल लगातार 60 घंटों तक बाढ़ की मार झेलता रहा. जलस्तर कम होने के बाद पुल की स्थिति देखने पर काफी क्षतिग्रस्त अवस्था में नजर आ रहा है. बुधवार को नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के प्रोजेक्ट डायरेक्टर मनीष असाटी और एमपीआरडीसी के सम्भागीय मैनेजर राकेश जैन की संयुक्त टीम ने करीब दो घंटे तक पुल का सघन निरीक्षण किया.
इस दौरान दिल्ली के ब्रिज एक्सपर्ट पंकज राय भी उनके साथ मौजूद थे. निरीक्षण में तीनों अधिकारियों ने पूरे पुल पर पैदल भ्रमण कर टूटी हुई रेलिंग देखी. यहां उन्होंने देखा कि, बाढ़ के कारण पुल पर जगह- जगह उखड़े डामर के बड़े-बड़े पैच नजर आ रहे है. करीब छह से आठ इंच के डामर के टुकड़े सतह लेवल से उखड़ चुके हैं.
नावघाट खेड़ी के नर्मदा तट पर पहुंचकर पुल के दो पिलर के बीच बने स्पान के निचले हिस्से को देखा और मोबाइल से फोटो भी लिए. अधिकारियों ने बताया कि, आगामी कुछ दिनों में एक जांच दल भी यहां आएगा, जो पूरे पुल और उसके स्ट्रक्चरल सेफ्टी की जांच करेगा.
दिल्ली से आए ब्रिज एक्सपर्ट पंकज राय के अनुसार पुल प्रत्यक्ष रूप से अच्छी स्थिति में नजर आ रहा है, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से पुल में क्या समस्याए हो सकती है, यह जांच रिपोर्ट में ही पता चलेगा. नावघाट खेड़ी के नर्मदा तट पर बने पुल के पिलर के ठीक ऊपर अधिकारियों को एक दरार नजर आई. जो करीब दो फुट लंबी थी.
एमपीआरडीसी के इंदौर सम्भागीय मैनेजर राकेश जैन ने पुल शुरू होने को लेकर बताया कि, अभी कुछ कहा नहीं जा सकता. उन्होंने दस दिनों में पुल शुरू होने की संभावना व्यक्त की है, लेकिन पुल शुरू होने में इससे ज्यादा वक्त भी लग सकता है.