खरगोन। नागझिरी गांव में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन भाद्रपद की नवमी पर बोंदरू बाबा की समाधि स्थल पर एक दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है. मेले में संतान की इच्छुक महिलाएं या निसंतान दंपति आती हैं. ऐसी मान्याता है कि यहां से मिलने वाले कच्चे आम का प्रसाद खाने से महिलाओं की सूनी गोद भर जाती है. इस मेले को संतान मेले के नाम से भी जाना जाता है.
कहा जाता है कि मनोकामना पूर्ण होने पर दंपति अपने परिवार सहित बोंदरू बाबा की समाधि स्थल पर दोबारा आकर तुला दान कर मन्नत पूरी करते हैं. इस मेले में खंडवा, बड़वानी, झाबुआ और मालवांचल के जिलों के अलावा महाराष्ट्र-गुजरात और जयपुर से भी लोग यहां आते हैं.
बोंदरू बाबा की समाधि से जुड़ी एक और मान्यता है कि महिलाएं यहां कच्चा आम चढ़ाती हैं. जिसे उत्सव के बाद संतान की इच्छा रखने वाली महिलाओं को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है. मान्यता है कि बाबा की कृपा से उनकी मनोकामना पूर्ण होती है.