खरगोन। कृषि मंत्री सचिन यादव ने कसरावद में एनवीडीए के अधिकारियों से क्षेत्र की नहरों और सिंचाई व्यवस्था को लेकर बैठक के दौरान चर्चा की. मंत्री सचिन यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र कसरावद में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. सचिन सबसे पहले अपने गांव बोरावां पहुंचे.
बैठक में मंत्री ने अधिकारियों की साथ खरगोन जिले की नहरों की स्थिति पर चर्चा की. वहीं कसरावद कृषि उपज मंडी में मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र और शील्ड वितरित की, इसके बाद दिव्यांगों और छात्र छात्राओं को सायकल वितरित करते हुए करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न गांवों में बनने वाले सामुदायिक भवनों का भूमि पूजन किया.
कृषि मंत्री सचिन यादव ने ली बैठक, कहा- 15 साल से रुका पड़ा था विकास अब पटरी पर आया - mp khargaon news
मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव ने कसरावद में एनवीडीए के अधिकारियों से नहरों को लेकर बैठक की.
खरगोन। कृषि मंत्री सचिन यादव ने कसरावद में एनवीडीए के अधिकारियों से क्षेत्र की नहरों और सिंचाई व्यवस्था को लेकर बैठक के दौरान चर्चा की. मंत्री सचिन यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र कसरावद में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. सचिन सबसे पहले अपने गांव बोरावां पहुंचे.
बैठक में मंत्री ने अधिकारियों की साथ खरगोन जिले की नहरों की स्थिति पर चर्चा की. वहीं कसरावद कृषि उपज मंडी में मेधावी छात्रों को प्रशस्ति पत्र और शील्ड वितरित की, इसके बाद दिव्यांगों और छात्र छात्राओं को सायकल वितरित करते हुए करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न गांवों में बनने वाले सामुदायिक भवनों का भूमि पूजन किया.
Body:कृषि मंत्री सचिन यादव ने अपने विधानसभा क्षेत्र कसरावद में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। सबसे पहले अपने गृहग्राम बोरावां में एनवीडीए के अधिकारियों की बैठक ली। जिसमे खरगोन जिले की नहरों की स्थिति पर चर्चा की। वही कसरावद कृषि उपज मंडी में प्रदेश में टॉप 10 में आए विधायर्थियो को प्रशस्ति पत्र और शील्ड वितरित की। इसके बाद दिव्यांगों और छात्र छात्राओं को सायकल वितरित करते हुए। करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से विभीन्न ग्रामों में बनने वाले सामुदायिक भवनों का भूमि पूजन किया। पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि बीते15 वर्षो में प्रदेश सहित जिले का विकास अवरुद्ध रहा है। विकास को लेकर मुख्यमंन्त्री कमल नाथ की सरकार प्रदेश के विकास को पटरी पर लाने के लिए संकल्पित है। साथ ही
उन्होंने बहुत कम समय मे अपने वचन पूरे किए है। जिसमे किसानों की ऋण माफी हो बेटी विवाह सहित हर दिशा में कार्य हुए। अब तक बीस लाख किसानों के सैट हजार करोड़ रुपए के ऋण माफ हो चुके है।
साथ ही अपने स्वर्गीय पिता सुभाष यादव के सपने को लेकर कहा कि हरित क्रांति लाना उनका उद्देश्य था।जब तक वे जीवित रहे इस दिशा में कार्य करते रहे। बीते 15 वर्षो में कही न कही विकास अवरुद्ध हुआ था ।
Conclusion: