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खरगोन में बढ़ते तापमान से भगवान को भी लगने लगी गर्मी, भक्तों ने मंदिर में लगवाया एसी और पंखा

खरगोन में बढ़ती गर्मी से आम लोगों के साथ भगनान भी परेशान है. यहां के सिद्धनाथ महादेव मंदिर में भक्तों ने भगवान के लिये दो एसी चार पंखे लगवाये हैं. ताकि नाग योनि में जन्मे सिद्धनाथ महादेव को गर्मी से राहत मिल सके.

सिद्धनाथ महादेव
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Published : Jun 4, 2019, 8:32 PM IST

खरगोन। जिले में बढ़ता तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से इंसान, पशु-पक्षी और मन्दिर में स्थापित भगवान भी परेशान हैं. ऐसे में यहां के सिद्धनाथ महादेव मंदिर में दो एसी चार पंखे लगाकर भगवान को गर्मी से राहत दी जा रही है.

सिद्धनाथ महादेव मंदिर
पूजारी हरीश गोस्वामी ने बताया कि एक मल्लीवाल परिवार में महिला के गर्भ से चार पुत्रों का जन्म हुआ था, जिसमें भगवान सिद्धनाथ नाग योनि में जन्मे थे और उनके जन्म स्थान पर उनकी स्थापना की गई थी. चूंकि नाग योनि में जन्म होने और साक्षात समाधि लेने की वजह से उन्हें भी 47 डिग्री तापमान में गर्मी होती है, इसलिए भक्तों ने यहां दो एसी और चार पंखे लगवाये हैं.


उन्होंने बताया कि सिद्धनाथ महादेव का अभिषेक करने के बाद बहने वाला पानी व्यर्थ न हो इसके लिये बहते पानी को एक गड्ढे के माध्यम से सहेजा जा रहा है. प्रतिदिन दो से तीन हजार लीटर पानी बचता है. जिससे आसपास का भू-जल स्तर नहीं गिरने पाता.

खरगोन। जिले में बढ़ता तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से इंसान, पशु-पक्षी और मन्दिर में स्थापित भगवान भी परेशान हैं. ऐसे में यहां के सिद्धनाथ महादेव मंदिर में दो एसी चार पंखे लगाकर भगवान को गर्मी से राहत दी जा रही है.

सिद्धनाथ महादेव मंदिर
पूजारी हरीश गोस्वामी ने बताया कि एक मल्लीवाल परिवार में महिला के गर्भ से चार पुत्रों का जन्म हुआ था, जिसमें भगवान सिद्धनाथ नाग योनि में जन्मे थे और उनके जन्म स्थान पर उनकी स्थापना की गई थी. चूंकि नाग योनि में जन्म होने और साक्षात समाधि लेने की वजह से उन्हें भी 47 डिग्री तापमान में गर्मी होती है, इसलिए भक्तों ने यहां दो एसी और चार पंखे लगवाये हैं.


उन्होंने बताया कि सिद्धनाथ महादेव का अभिषेक करने के बाद बहने वाला पानी व्यर्थ न हो इसके लिये बहते पानी को एक गड्ढे के माध्यम से सहेजा जा रहा है. प्रतिदिन दो से तीन हजार लीटर पानी बचता है. जिससे आसपास का भू-जल स्तर नहीं गिरने पाता.

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खरगोन जिले की झुलसा देने वाली 47 डिग्री तापमान की गर्मी ने इंसान पशु पक्षियों ऒर मन्दिर में स्थापित भगवानों को भी हलाकान कर दिया है।ऐसे एक मंदिर सिद्धनाथ महादेव मन्दिर में दो एसी 4 पंखे लगा कर भगवान को गर्मी से राहत दी जा रही है। मंदिर के बारे में कहा जाता है कि एक महिला के गर्भ में 9 माह तक रहने के बाद नाग रूप में जन्म लेने वाले अधिष्ठाता भगवान सिद्धनाथ महादेव मंदिर में भगवान को गर्मी न हो इसलिए भक्तों ने AC कूलर और पंखे लगाए।


Body:खरगोन जिले में बढ़ते 47 डिग्री तापमान से इंसान पशु पक्षी सहित जिले के मंदिरों में शुमार श्री सिद्धनाथ महादेव मंदिर मैं भगवान भगवान सिद्धनाथ को को गर्मी ना हो इसलिए 2 एसी और चार पंखे लगाए गए हैं पूजारी हरीश गोस्वामी का मानना है एक मल्लीवाल परिवार में महिला के गर्भ से चार पुत्रो का जन्म हुआ था। जिसमे भगवान सिद्धनाथ नाग योनि में जन्मे थे और उनके जन्म स्थान पर उनकी स्थापना की गई थी। चूंकि नाग योनि में सशरीर जन्म होने और साक्षात समाधि लेने से उन्हें भी खरगोन के 47डिग्री तापमान होने में से उन्हें भी गर्मी होती है। इसलिए 2 एसी ओर 4 पंखे लगाए है। साथ ही जल संचय की दिशा में हमने 15 वर्ष पूर्व कदम उठाए थे जिसमें सिद्धनाथ महादेव का अभिषेक करने के बाद बहने वाला पानी व्यर्थ न बहाते हुए सोखता गड्ढे के माध्यम से प्रतिदिन दो से तीन हजार लीटर पानी सहेजा जा रहा है। जिससे आसपास के कुओं ओर ट्यूब वेल रिचार्ज होकर यहां पानी की कमी नही होती है।
byte- हरीश गोस्वामी पुजारी






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