खरगोन। बीती 6 मई को अवैध हथियारों के साथ पकड़े गए निलंबित हेड कांस्टेबल रोहित यादव द्वारा अवैध हथियार खरीदकर हरदा के बदमाशों को बेचे जाने का खुलासा हुआ है. जांच के लिए हरदा गई पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ हथियार खरीदने वाले दो लोगों को भी गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों को सोमवार कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने हथियार की तस्करी करने वाले प्रधान आरक्षक रोहित को तीन दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा, जबकि दो आरोपियों को जेल भेज दिया.
तफ्तीश के लिए पुलिस का दल आरोपी रोहित यादव के साथ हरदा भेजा था. पुलिस ने हरदा के खेड़ीपुरा से रफीक पिता मुंशी खान और कुकरावद से संजय पिता लखनलाल गुर्जर को गिरफ्तार किया है. रोहित ने रफीक को पिस्टल नौ हजार में बेची थी जो 11 हजार में रफीक ने संजय को बेची. आरोपी संजय के पास से एक पिस्टल और एक कारतूस जब्त हुआ है. संजय पूर्व सरपंच भी है, जब पुलिस दल ने उसे हिरासत में लिया तो भारी राजनीतिक दबाव भी बनाया गया था.
2014 से कर रहा हथियारों की सप्लाई
थाना प्रभारी संतोष सिसोदिया ने बताया कि पुलिस ने 9 मई को रोहित के खंडवा जिले के बांदरिया के घर से एक देसी कट्टा, एक छोटा कट्टा और 61 जिंदा कारतूस और उसकी दूसरी पत्नी सुधा के छिपाबड़ के मकान से तीन पिस्टल बरामद किया हैं. सूत्रों के मुताबिक रोहित हथियार खरीदकर अपने घर से ही बदमाशों की पसंद पर उन्हें बेचता था. हथियार खत्म होने पर खरीदने आता था.वो साल 2014 से हथियारों की सप्लाई कर रहा था. उसकी स्टाफ में भी ज्यादा बातचीत नहीं थी.
हाल ही में खरादी था 30 लाख का प्लॉट
हालहि में उसने 30 लाख रुपये का प्लॉट भी हरदा में खरीदा है. तस्करी में हरदा के बदमाश कमलेश यादव और अजय यादव का नाम भी सामने आया है. इन पर अवैध कब्जे के मामले दर्ज हैं.