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खुले में पड़ा है हजारों टन गेहूं, बारिश में भीगने से हो सकता है बर्बाद

खंडवा के अनाज भंडारण केंद्र में इस बार पांच जिलों का गेहूं रखा जा रहा है, लेकिन पर्याप्त जगह न होने की वजह से करीब 11 हजार मीट्रिक टन गेहूं खुले में पड़ा है, जो बारिश में भीगने से बर्बाद हो सकता है. प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

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Published : Jun 18, 2020, 3:41 PM IST

Updated : Jun 19, 2020, 9:32 AM IST

khandwa news
खुले में पड़ा हजारों टन गेहूं

खंडवा। जिले में इस बार गेहूं की बंपर पैदावार हुई है. जिले के अनाज भंडारण केंद्र में 5 जिलों के गेहूं का भंडारण किया जा रहा है. जिनमें खंडवा के साथ इंदौर, उज्जैन, देवास, धार और शाजापुर शामिल है. अब तक यहां 42 हजार 200 मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण किया गया है, लेकिन लापरवाही के चलते करीब 11 हजार मीट्रिक टन गेहूं खुले में रखा है. जो बारिश में भीगने से खराब हो सकता है.

खुले में पड़ा है हजारों टन गेहूं

गेहूं भंडारण के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से समर्थन मूल्य पर खरीदा गया गेहूं बारिश की भेट चढ़ सकता है. फिलहाल यहां 31 हजार मीट्रिक टन गेहूं वेयर हाउस में रखा जा चुका है. लेकिन 11 हजार मीट्रिक टन गेहूं खुले में रखा है. जिसके ढकने का इंतजाम तक नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि, उज्जैन में और देवास से जो गेहूं आया है, वो पहले से ही भीगा है. ऐसे में अगर गेहूं को सुरक्षित नहीं रखा गया, तो सरकार को करोड़ों रुपयों का नुकसान होगा. जिम्मेदार अधिकारी भी गेहूं के भंडारण पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

खुलें में पड़ा है हजारों टन गेहूं
खुलें में पड़ा है हजारों टन गेहूं

खंडवा। जिले में इस बार गेहूं की बंपर पैदावार हुई है. जिले के अनाज भंडारण केंद्र में 5 जिलों के गेहूं का भंडारण किया जा रहा है. जिनमें खंडवा के साथ इंदौर, उज्जैन, देवास, धार और शाजापुर शामिल है. अब तक यहां 42 हजार 200 मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण किया गया है, लेकिन लापरवाही के चलते करीब 11 हजार मीट्रिक टन गेहूं खुले में रखा है. जो बारिश में भीगने से खराब हो सकता है.

खुले में पड़ा है हजारों टन गेहूं

गेहूं भंडारण के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने से समर्थन मूल्य पर खरीदा गया गेहूं बारिश की भेट चढ़ सकता है. फिलहाल यहां 31 हजार मीट्रिक टन गेहूं वेयर हाउस में रखा जा चुका है. लेकिन 11 हजार मीट्रिक टन गेहूं खुले में रखा है. जिसके ढकने का इंतजाम तक नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि, उज्जैन में और देवास से जो गेहूं आया है, वो पहले से ही भीगा है. ऐसे में अगर गेहूं को सुरक्षित नहीं रखा गया, तो सरकार को करोड़ों रुपयों का नुकसान होगा. जिम्मेदार अधिकारी भी गेहूं के भंडारण पर ध्यान नहीं दे रहे हैं.

खुलें में पड़ा है हजारों टन गेहूं
खुलें में पड़ा है हजारों टन गेहूं
Last Updated : Jun 19, 2020, 9:32 AM IST
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