खंडवा। आज सावन का पहला सोमवार है. देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग चौथे नंबर का महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग है. यहां सावन के महीने में लाखों की संख्या में भक्त आते हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी गई है. इस दौरान प्रशासन ने एक दिन में दो हजार श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था की है. इसके साथ ही श्रद्धालु 25 फीट दूर से भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन कर रहे हैं.
भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का महीना
सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने का सबसे उपयुक्त महीना माना जाता है. इस माह में भगवान भोलेनाथ सबसे जल्दी प्रसन्न होते हैं. इस महीने में श्रद्धालु भगवान भोले को दूध, जल और बेलपत्र से अभिषेक करके प्रश्न करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के चलते श्रद्धालुओं को दर्शन में कई तरह की बाधाएं आ गई हैं. तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर में प्रशासन के नियमों के तहत दर्शन की व्यवस्था है.
कोरोना महामारी के चलते सभी श्रद्धालु दूर से ही भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन कर रहे हैं और कम ही संख्या में श्रद्धालु ओंकारेश्वर आ रहे हैं. सभी भगवान ओंकारेश्वर से यही प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द ही कोरोना महामारी को भारत और पूरे विश्व से खत्म कर दें.
टोकन के जरिए भगवान के हो रहे दर्शन
श्रद्धालु ओंकारेश्वर आकर अपनी बुकिंग करा रहे हैं और टोकन लेकर दर्शन कर रहे हैं. दर्शन के लिए सुखदेव मुनि द्वार से व्यवस्था की गई है. दर्शन से पहले श्रद्धालुओं के आने, उनके सेनिटाइजेशन और स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है. जिसके बाद ही उन्हें दर्शन के लिए आगे भेजा जा रहा है.