खंडवा। राजस्थान के कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे जिले के छात्र, आज सुबह वापस लौटे. जिन्हें प्रदेश सरकार की बस द्वारा उनके घर तक पहुंचाया गया. जिसके बाद छात्रों ने राहत की सांस ली. सभी छात्रों को यहां मौजूद डॉक्टर ने एग्जामिन किया, उनकी स्क्रीनिंग की गई. जिसमें सभी बच्चों का स्वास्थ्य ठीक पाया गया. इसके बावजूद डॉक्टरों ने ऐतिहात के तौर पर उन्हें 14 दिन तक होम क्वारंटाइन में रहने की समझाइश भी दी है. इस दौरान किसी प्रकार की तकलीफ होने पर डॉक्टरों से संपर्क करने के लिए कहा गया है.
खंडवा पहुंचे इन बच्चों ने बताया कि, कोटा में उन्हें कोरोना वायरस के चलते बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. खाने की दिक्कतें शुरू हो गई थी. साथ ही पढ़ाई भी ठप हो गई. ऐसे में उनके पास वापस आने के अलावा और कोई चारा नहीं था. छात्रों ने सीएम शिवराज सिंह का धन्यवाद जताया, साथ ही बिहार के रहने वाले अपने साथियों के लिए भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि, बिहार के छात्रों को जल्द से जल्द अपने घर पहुंचाया जाना चाहिए.
इन छात्रों को कोटा से खंडवा लाने में उनके सारथी बने आदिवासी विकास विभाग के नीरज पाराशर और ट्रैफिक पुलिस के सूबेदार धरम सिंह जामोद. जामोद ने कहा कि, सभी बच्चों को सकुशल उनके घर तक छोड़ा जा रहा है. रास्ते में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसका पूरा ध्यान रखा गया है.