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कई दिनों से पानी नहीं मिलने से लोग हो रहे परेशान, जल वितरण कंपनी के खिलाफ दर्ज करवाई FIR

खंडवा में कई-कई दिनों तक पानी नहीं मिलने से लोग परेशान हैं. पानी वितरण के लिये जल वितरण की प्राइवेट कंपनी विश्वा को जिम्मेदारी मिली है, लेकिन पिछले कई दिनों से पानी की सप्लाई नहीं की गई, जिससे स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित महिलाओं ने जल वितरण कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करावायी है.

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Published : Jun 10, 2019, 9:33 PM IST

Updated : Jun 10, 2019, 10:52 PM IST

people are in trouble because of water crises

खंडवा। जिले में नर्मदा जल वितरण में अव्यवस्थाओं के चलते लोगों को पानी नही मिल रहा है, जिससे लोगों को समस्यों से जूझना पड़ रहा है. पूरे शहर को साफ पानी वितरण की जिम्मेदारी जल वितरण की प्राइवेट कंपनी विश्वा की है. कई दिनों से मामले पर कोई कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित टैगोर कालोनी की महिलाओं ने स्थानीय पार्षद के साथ जल वितरण कंपनी के खिलाफ मोघट थाने में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करायी है.

जल वितरण कंपनी के खिलाफ FIR करते लोग

साल 2009 में प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री विजय शाह की पत्नी और तत्कालीन महापौर भावना शाह के कार्यकाल में पहली बार प्रदेश में जल का निजीकरण खंडवा में हुआ था, तब नर्मदा जल योजना बनी और शहर में सुचारू जल वितरण के लिए विश्वा कंपनी के साथ एग्रीमेंट हुआ था. इस कंपनी को ही पूरे शहर को साफ पानी वितरण की जिम्मेदारी थी. योजना के समय सभी नागरिकों को 24 घंटे साफ पानी मिलने की बात कही गयी थी, लेकिन हर तीसरे चौथे दिन लाईन फूटने से 24 घंटे तो दूर कई-कई दिनों तक पानी नहीं आता है.

मुद्दे को लेकर इन दिनों राजनीति भी जमकर हो रही है. रविवार को ही कांग्रेस ने निगम में भाजपा की परिषद पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. विपक्ष का आरोप है कि पाईपलाइन डालने में प्लास्टिक के पाईप का इस्तेमाल हुआ जबकि इसमें जेआई लोहे के पाईप लगाना चाहिए था. प्लास्टिक के पाईप दो पंप के चालू होने से पानी के प्रेशर को सहन नही कर पाते हैं और फट जाते हैं. भीषण गर्मी के दिनों में ऐसी स्थिति से शहर में पानी की समस्या ने भीषण रूप ले लिया है.

हालांकि साल 2009 में यूपीए सरकार के समय केंद्र से एक समिति योजना में गड़बड़ी की जांच के लिए आई थी. तब समिति ने क्लीन चिट दे दी थी. जिससे यह मुद्दा शांत हो गया था. लेकिन अब एकबार फिर यह मुद्दा उठा है. अब कांग्रेस भी जल वितरण कंपनी विश्वा पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कर रही है.

खंडवा। जिले में नर्मदा जल वितरण में अव्यवस्थाओं के चलते लोगों को पानी नही मिल रहा है, जिससे लोगों को समस्यों से जूझना पड़ रहा है. पूरे शहर को साफ पानी वितरण की जिम्मेदारी जल वितरण की प्राइवेट कंपनी विश्वा की है. कई दिनों से मामले पर कोई कार्यवाही नहीं होने से आक्रोशित टैगोर कालोनी की महिलाओं ने स्थानीय पार्षद के साथ जल वितरण कंपनी के खिलाफ मोघट थाने में धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज करायी है.

जल वितरण कंपनी के खिलाफ FIR करते लोग

साल 2009 में प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री विजय शाह की पत्नी और तत्कालीन महापौर भावना शाह के कार्यकाल में पहली बार प्रदेश में जल का निजीकरण खंडवा में हुआ था, तब नर्मदा जल योजना बनी और शहर में सुचारू जल वितरण के लिए विश्वा कंपनी के साथ एग्रीमेंट हुआ था. इस कंपनी को ही पूरे शहर को साफ पानी वितरण की जिम्मेदारी थी. योजना के समय सभी नागरिकों को 24 घंटे साफ पानी मिलने की बात कही गयी थी, लेकिन हर तीसरे चौथे दिन लाईन फूटने से 24 घंटे तो दूर कई-कई दिनों तक पानी नहीं आता है.

मुद्दे को लेकर इन दिनों राजनीति भी जमकर हो रही है. रविवार को ही कांग्रेस ने निगम में भाजपा की परिषद पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था. विपक्ष का आरोप है कि पाईपलाइन डालने में प्लास्टिक के पाईप का इस्तेमाल हुआ जबकि इसमें जेआई लोहे के पाईप लगाना चाहिए था. प्लास्टिक के पाईप दो पंप के चालू होने से पानी के प्रेशर को सहन नही कर पाते हैं और फट जाते हैं. भीषण गर्मी के दिनों में ऐसी स्थिति से शहर में पानी की समस्या ने भीषण रूप ले लिया है.

हालांकि साल 2009 में यूपीए सरकार के समय केंद्र से एक समिति योजना में गड़बड़ी की जांच के लिए आई थी. तब समिति ने क्लीन चिट दे दी थी. जिससे यह मुद्दा शांत हो गया था. लेकिन अब एकबार फिर यह मुद्दा उठा है. अब कांग्रेस भी जल वितरण कंपनी विश्वा पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कर रही है.

Intro:खंडवा - शहर में नर्मदा जल वितरण में भारी अव्यवस्थाओं के चलते शहर में पानी की भयंकर क़िल्लत हो रही हैं। पूरे शहर में लोगों को पानी नही मिल रहा हैं। शहरवासी पानी के लिए तरस रहे हैं। ऐसा इसलिए हो रहा हैं योजना के समय यह कहा गया था कि सभी नागरिकों को 24 घंटे साफ पानी मिलेगा। लेकिन वर्तमान में यह स्थिति हैं 24 घंटे तो दूर कई कई दिनों तक लोगों को पानी से मरहूम रहना पड़ रहा हैं। कोई ठोस कार्रवाई नही होने से आक्रोशित टैगोर कॉलोनी की महिलाएं स्थानीय पार्षद के साथ जल वितरण कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने मोघट थाने पहुंची।


Body:दरअसल हर तीसरे चौथे दिन लाईन फूटने से शहर के लगभग सभी वार्डों में पानी सप्लाई नही हो रहा हैं। लोगों में पानी नही मिलने से आक्रोश हैं। इसी के चलते शहर की टैगोर कॉलोनी की महिलाएं मोघट थाने पहुंची और जल प्रदाय करने वाली कंपनी "विश्वा" के खिलाफ धोखा देने का आरोप लगाया। महिलाओं ने विश्वा के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई। गौरतलब हैं साल 2009 में पूर्व प्रदेश मंत्री विजय शाह की पत्नी और तत्कालीन महापौर भावना शाह के कार्यकाल में पहली बार प्रदेश में जल का निजीकरण खंडवा में हुआ जब नर्मदा जल योजना बनी और शहर में सुचारू जल वितरण के लिए विश्वा कंपनी के साथ एग्रीमेंट हुआ था और इस कंपनी को ही पूरे शहर को साफ पानी पिलाने की जिम्मेदारी थी। लेकिन ऐसा नही हुआ और शुरुआत से ही नर्मदा की पाईपलाइन फूटती रही हैं अब हर दूसरे तीसरे दिन फूट रही हैं। विपक्ष का आरोप हैं पाईपलाइन डालने में प्लास्टिक के पाईप का इस्तेमाल हुआ जबकि इसमें जेआई लोहे के पाईप लगाना चाहिए था। प्लास्टिक के पाईप 2 पंप के चालू होने से ही पानी के प्रेशर को सहन ही नही कर पाते और फूट जाते हैं। भीषण गर्मी के दिनों में ऐसी स्थिति से शहर में पानी की समस्या ने भीषण रूप ले लिया हैं। हालांकि यह समस्या कोई नई नही हैं। जब से यह योजना लागू हुई हैं तभी से इसकी पाईपलाईन फूटती रही हैं। लेकिन भीषण गर्मी के चलते लोग पानी नहीं मिलने से खासे परेशान हैं। वहीं नगर निगम के कर्मचारी हर बार इसमें सुधार कर देते है। लेकिन कुछ दिन बीतने के बाद फिर से पाईप लाइन फूट जाती हैं।


Conclusion:वहीं इसको लेकर इन दिनों राजनीति भी जमकर हो रही हैं। रविवार को ही कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर निगम में भाजपा की परिषद पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया था। हालांकि तत्कालीन यूपीए सरकार के समय केंद्र से एक समिती योजना में गड़बड़ी की जांच के लिए आई थी। तब समिति ने क्लीन चिट दे दी थी। जिससे यह मुद्दा शांत हो गया। लेकिन अब एक बार फिर इसका जिन्न बाहर आ गया हैं। वहीं कांग्रेस भी अब विश्वा पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कह रही हैं।

byte - अनिता धोत्रे, टैगोर कॉलोनी
byte - सागर आरतानी , पार्षद
byte - पी पी परते, सबइंस्पेक्टर मोघट थाना
Last Updated : Jun 10, 2019, 10:52 PM IST
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