खंडवा। प्रदेश के खंडवा जिले अस्पताल के नाम पर राजनीति की जा रही है. गुरुवार शाम मंत्री विजय शाह और विधायक देवेंद्र वर्मा ने शहर के प्राइवेट अस्पताल में ICU वार्ड का शुभारंभ फीता काटकर किया। दोनों ने प्राइवेट अस्पताल में फीता काटा, जिसे पूर्व कलेक्टर ने सील कराया था. सबसे बड़ी बात यह है कि यहां इलाज करवाने वाले कोरोना मरीजों को सरकार की तरफ से मिलने वाली मदद के लिए भी तरसना पड़ सकता है.
शहर के सिंधी कॉलोनी स्थित हिंदुजा हॉस्पिटल है. यहां प्रशासन की अनुमति पर कोविड संक्रमित मरीजों को इलाज कराया जा रहा है. प्रदेश सरकार ने इस प्राइवेट अस्पताल को अभी तक आयुष्मान भारत योजना में भी शामिल नहीं किया है. इससे यहां भर्ती होने वाले कोविड मरीज को सरकारी मदद मिलेगी या नहीं अभी संशय बना हुआ है. अस्पताल में मरीजों की सहूलियत के लिए प्रशासन ने यहां जांच और अन्य चार्ज के लिए रेट लिस्ट भी चस्पा नहीं की है. एक तरह से अस्पताल प्रबंधन अपनी मर्जी से राशि वसूलेगा. वहीं दूसरी तरफ फीता काटने वाले जिम्मेदार आंखे मूंदे हुए है वह भी उस दौर में जब देश और प्रदेश में संक्रमण अपने चरम पर है. बेड और ऑक्सीजन की कमी से लोग दम तोड़ रहे हैं.
मात्र 8 बिस्तरों का ICU वार्ड
हिंदुजा हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए मात्र 8 बिस्तरों का ICU वार्ड है. इसका शुभारंभ वन मंत्री विजय शाह और विधायक देवेंद्र वर्मा ने किया, मप्र शासन के जनसंपर्क विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर भी इसे शेयर किया है.
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पूर्व कलेक्टर ने किया था अस्पताल सील
कोरोना संक्रमण के पहले दौर में रहवासी इलाके में बने हिंदुजा हॉस्पिटल में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा था तत्कालीन कलेक्टर तन्वी सुंद्रियाल ने मामले में जांच कराई, तो डॉक्टर और स्टॉफ संक्रमित पाए गए थे इस लापरवाही के चलते पूर्व कलेक्टर सुंद्रियाल ने अस्पताल को सील करवा दिया था लेकिन बाद में अस्पताल संचालक ने रसूख के दम पर उसने अस्पताल खुलवा लिया.