खंडवा। देश के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक ओंकारेश्वर में महाशिवरात्रि पर सुबह करीब 4:00 बजे से ही लोग मंदिर में दर्शन करने के लिए कतार में लग गए थे. सुबह करीब 5:00 बजे जूना अखाड़े के संत मां नर्मदा की आरती कर ढोल धमाकों के साथ मंदिर पहुंचे. सबसे पहले संतो ने भगवान ओंकारेश्वर की पूजा अर्चना कर दर्शन किए. इसके बाद हम लोग दर्शन शुरू कर दिए गए. दर्शन के लिए यह भक्तों की लंबी कतार लगी रही. देश के हर एक कोने से श्रद्धालु यहां दर्शन करने पहुंचे. शिवरात्रि पर ओंकारेश्वर में षटदर्शन संत मंडल ने शोभा यात्रा निकाली. महाशिवरात्रि पर मंदिर ट्रस्ट की ओर से दोपहर साढ़े बारह बजे भोग आरती में भगवान को 151 किलो पेड़े का महाभोग लगाया गया. इस वजह से करीब 15 मिनट मंदिर के पट दर्शनों के लिए बंद रहे. इसके बाद शनिवार रात 3 बजे तक सतत दर्शनों का सिलसिला चलेगा.
श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था: ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है बताया जाता है कि अब तक 2 लाख से अधिक श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंचे हैं. भीड़ को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा की व्यवस्था की है. झूलापुल का उपयोग नहीं होने से भीड़ नियंत्रण करना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है. एक ही पुल से श्रद्धालुओं की आवाजाही हो रही है. पुल पर पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी है इससे कि यहां पर किस तरह का कोई हादसा ना हो. पुल पर श्रद्धालुओं को खड़े होने नहीं दिया जा रहा है. इसके साथ ही आने वाले श्रद्धालुओं को भी पार्किंग की व्यवस्था की गई है. वाहनों करीब 3 मीटर दूर ही खड़ा करवाया जा रहा है. इससे की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके. मंदिर में एक ओर भीड़ है तो वहींं बाजार भी श्रद्धालुओं से भरा हुआ है.
4 पहर की पूजा: मंदिर ट्रस्ट के सीईओ और पुनासा एसडीएम सीएस सोलंकी ने बताया कि जेपी चौक से श्रद्धालुओं को रोक-रोक कर मंदिर भेजा जा रहा है. महापर्व पर भीड़ को देखते हुए सुबह छह बजे बाद भगवान के मूलस्वरूप पर सीधे जल, पुष्प और बेलपत्र चढ़ाना प्रतिबंधित कर दिया है. इसके लिए गर्भगृह के बाहर ही एक पात्र में पूजन सामग्री एकत्र की जा रही है. मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित डंकेश्वर दीक्षित का कहना हा कि महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है. नर्मदा स्नान कर भक्त भगवान के दर्शन कर रहे है. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में चार पहर की पूजा होगी. पंडित जगदीश परसाई के अनुसार शिवरात्रि पर भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था. इस दिन ओंकारेश्वर में शिवरात्रि महोत्सव मनाया जाता है.