खंडवा। प्रदेश की दंगल गर्ल के नाम से मशहूर पहलवान माधुरी पटेल ने यूरोप के बुल्गारिया में चल रहे विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप के प्री-क्वाटर फाइनल में उज्बेकिस्तान और अजरबैजान की महिला पहलवान को हराकर प्रदेश का नाम रोशन किया है. माधुरी 43 किलोग्राम वर्ग की पहलवान हैं. जीत के बाद उसके गांव बोरगांव खुर्द में परिवार और गांव में खुशी की लहर दौड़ गई लोगों ने जमकर गांव की बेटी की जीत का जश्न मनाया.
पिता का भरोसा, गोल्ड मेडल लेकर आएगी बेटी
बता दें बुधवार रात प्री-क्वाटर फाइनल मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद अब माधुरी का मुकाबला यूक्रेन की महिला पहलवान से है. परिवार और गांव के लोगों को पूरा उम्मीद है कि माधुरी देश के लिए ब्रांज मेडल जरुर लेकर आएगी.
माधुरी को पिता से मिली प्रेरणा
गौरतलब है कि माधुरी एक पहलवान परिवार से है, उसके पिता भी एक पहलवान हैं. उन्हीं को देखर माधुरी को पहलवान बनने की प्रेरणा मिली. माधुरी के पिता जगदीश पटेल कुश्ती की दुनिया में कुछ बड़ा करने का सपना देखते थे लेकिन आर्थिक तंगी के कारण अपना सपना पूरा नहीं कर पाए, जिसके बाद उन्होंने अपनी बेटी को पहलवान बनाया. अधूरे सपने को साकार होता देख माधुरी के पिता बेहद खुश हैं.
माधुरी को गांव के ही गुरु रघु ने कुश्ती सिखाई. माधुरी ने न सिर्फ खंडवा और मध्यप्रदेश का बल्कि देश का भी सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है.