खंडवा। हिंदी फिल्म इतिहास के मशहूर गायक, अभिनेता-निर्माता किशोर कुमार का 4 अगस्त को जन्म हुआ था. (Kishore Kumar Birthday) इस बार उनकी 93वीं जयंती मनाई जाएगी. उनका जन्म मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में हुआ था. उन्होंने अपने जीवन के हर क्षण में अपने शहर को याद किया. वे जब भी किसी सार्वजनिक मंच पर या किसी समारोह में अपना कार्यक्रम प्रस्तुत करते थे, शान से कहते थे किशोर कुमार खंडवा वाले. अपनी जन्म भूमि और मातृभूमि के प्रति ऐसा जज्बा बहुत कम लोगों में दिखाई देता है. (Kishore Kumar Birth Anniversary)
गांगुली हाउस खंडवा: बॉंबे बाजार स्थित किशोर कुमार का पुश्तैनी बंगला जर्जर हो चुका है. यह कब ढह जाए, पता नहीं. ईटीवी भारत की टीम जब किशोर कुमार के घर के अंदर गई, जहां उन्होंने मकान के खस्ताहाल देखे. इसे देखकर आपको यकीन नहीं होगा कि यह उस शख्सियत का घर है जिसका गाना जुबान पर आते ही आप और हम गुनगुनाने लग जाते हैं. देखिए गौरीकुंज उर्फ गांगुली हाउस घर की वीडियो. (Ganguly House Khandwa) (Kishore da Bungalow memories)
किशोर दा की याद में कहीं बना मंदिर, तो किसी ने बनवाया म्यूजियम
मकान के हालात जर्जर: इस मकान की ताजा स्थिति देख किशोर प्रेमी आहत हैं. मकान का आधे से ज्यादा हिस्सा जर्जर हो गया. वो भी इस कदर की मकान कभी भी धराशायी हो जाये. मकान की इस तरह की स्थिति से उभारने को लेकर अभी तक किसी तरह का प्रयास कागजी तौर पर नहीं हुआ. सिर्फ भाषण और वादों में मकान को म्यूजियम बनाने और सवारने की बात होती रही.
किशोर दा की कहानी: किशोर कुमार के इस पुश्तैनी मकान की देख रेख कर रहे चौकीदार सीताराम काका भी अब उम्र की आखिरी दहलीज पर पहुंच गए हैं. सहारे से चलते हैं, लेकिन जब भी उन्हें किशोर दा की याद आती है, उनके आंखों में आंसू आ जाते हैं. सीताराम काका कहते है कि, किशोर दा अक्कसर उनसे कहते थे कि काका अब यहीं आकर रहूंगा. उन्हें अपने मकान से बहुत लगाव था. वे जब भी यहां आते थे अपनी मां के कमरे में ही रहते थे. कमरे में मां की फोटो लगा रखी थी. (Kishore Kumar Khandwa Memories)