खंडवा। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए खंडवा नगर निगम ने कमर कस ली है. वर्तमान में 1 से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में खंडवा ने प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त किया है. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में अव्वल आने के सपने को साकार करने के लिए निगम कई तरह की कवायद कर रहा है. इसके चलते शहर में जगह-जगह स्वच्छता से भरे स्लोगन का रंग रोगन किया जा रहा है. वहीं सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह से रोक लगाई जा चुकी है.
इस अभियान में अब तक निगम ने सैकड़ों क्विंटल अमानक पॉलिथीन जब्त की है. डोर टू डोर गीले और सूखे कचरे के सेग्रिगेशन की व्यवस्था की है. शहर के प्रत्येक वार्ड से कम से कम 50 लोगों के फीडबैक लेने की संभावना जताई जा रही है. पिछले साल खंडवा स्वच्छता सर्वेक्षण में 93वें स्थान पर रहा था.
रैंकिंग के लिए अंकों का विभाजन- डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन, सिटीजन फीडबैक, सर्टिफिकेशन तथा पहले और दूसरे चरण के 1-1 हजार अंक मिलेंगे.
यह सवाल पूछे जाएंगे
- कचरा रोज कलेक्शन होता है या नहीं ?
- क्या आप गीला सूखा कचरा अलग अलग देते हैं ?
- क्या आप अपने क्षेत्र की सफाई व्यवस्था से संतुष्ट हैं ?
- क्या आपके घर और शहर में प्लास्टिक को डिस्पोजल उपयोग होता है या नहीं ?
- पब्लिक टॉयलेट साफ सुथरे हैं या नहीं ? गूगल मैप लोकेशन उपलब्ध है ?
- आपका शहर स्वच्छता सर्वेक्षण लीग में भागीदारी कर रहा है आपको पता है ?