खंडवा। मध्य प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों की तर्ज पर सीएम राइज स्कूल शुरू किए हैं. लेकिन खंडवा के आंनद नगर में संचालित सीएम राइज स्कूल पुराने भवन में ही चल रहा है. सुविधा के नाम पर स्कूल की हालत इतनी बत्तर है कि बच्चे सीढ़ियों के बीच में बरामदे में बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. स्कूल के लिए 21 कमरों की आवश्यकता है, लेकिन यहां केवल सात कमरों में ही स्कूल का संचालन हो रहा है. (Khandwa CM Rise School)
सीढ़ियों पर लग रही कक्षाएं: आनंद नगर सीएम राइज स्कूल के प्राचार्य धनपाल चौरे ने बताया कि स्कूल में 320 विद्यार्थी हैं और कुल 24 शिक्षक हैं. इसमें आर्ट, साइंस, मैथ्स और बायो के चार संकाय हैं, लेकिन सभी विषयों को पढ़ाने के लिए अलग से रूम की व्यवस्था नहीं है. प्राचार्य कक्ष, प्रायोगिक लैब, स्टाप रूम और चार कक्षाएं मिलाकर केवल सात कमरे हैं. प्राचार्य ने बताया कि स्कूल में कमरों की क्षमता 40 छात्रों की है, लेकिन यहां 80 छात्र बैठ रहे हैं. इसके बाद भी अगर छात्र रह जाते हैं तो उन्हें सीढ़ियों पर बैठाकर पढ़ाया जाता है. सीढ़ियों पर गणित संकाय, जबकि बायोलॉजी के बच्चों को लैब में बैठाकर पढ़ा रहे हैं. (MP students studying on stairs)
क्या है सीएम राइज स्कूल : मुख्यंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निजी स्कूलों की तरह सरकारी स्कूलों की परिकल्पना को लेकर सीएम राइज स्कूल खोलने की योजना बनाई थी, जिसमें प्रदेश में 9200 सीएम राइज स्कूल खुलने हैं. इस तरह खंडवा जिले में सात स्कूलों पर करीब 200 करोड़ रुपये खर्च होना है, लेकिन अभी तक पुराने भवनों में ही मध्यप्रदेश के CM Shivraj Singh के सपनों की स्कूल चल रहे हैं. (CM Rise School news)
यहां खोले जाएंगे सीएम राइज स्कूल: खंडवा ब्लाक में सीएम राइज स्कूल के लिए शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला आनंद नगर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला जावर, शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हरसूद, शासकीय मॉडल स्कूल किल्लौद, शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय छैगांवमाखन, शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पंधाना व शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मूंदी का चयन किया गया है. सीएम राइज स्कूल के लिए पहले चरण में हरसूद व जावर के स्कूल चयनित हैं.