खंडवा। नगर परिषद् पंधाना में दुकानों की लीज में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. कुंडिया रोड स्थित हाई स्कूल के सामने नगर परिषद् द्वारा निर्माणाधीन 23 दुकानें D ब्लॉक में थीं, 25 नवंबर 2019 को बंद लिफाफे में नीलामी प्रक्रिया शुरू की गई थी, लेकिन कलेक्टर तन्वी सुंदरीयाल के आदेश के बाद नीलामी प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया.
अचानक नीलामी प्रक्रिया रोकने से 160 आवेदकों की 24 लाख रुपए की राशि नगर परिषद् के पास जमा थी. एसडीएम अनुभा जैन ने पैसों को तत्काल ट्रेजरी में जमा करवाने के निर्देश दिए, लेकिन अभी तक दुकानदारों को उनकी जमा राशि नहीं मिली है.
नगर परिषद् ने शासन से भू-भाटक जमा कर हॉकर्स जोन के नाम से दुकान निर्माण करने के लिए ली है. नगर परिषद जब खुद ही जमीन लीज पर ले रहा है, तो इस जमीन को किसी व्यक्ति को लीज पर 29 साल के लिए कैसे दिया जा सकता है. इसके अलावा 2018 में लीज के लिए आवेदनों की सूची भी अभी तक हाथ नहीं लगी है, हालांकि इस मामले में नगर परिषद् अध्यक्ष परमानन्द कुशवाह और सीएमओ संजय राठौर ने कहा कि इस तरह का कोई मामला लीज पर नहीं है.
एसडीएम ने जारी किया नोटिस
ये मामला एसडीएम अनुभा जैन के संज्ञान में आते ही 25 नवंबर 2019 को निर्माणधीन दुकानों में अनियमितता के मद्देनजर रोक लगाई गई, तब से मामला अधर में लटका हुआ है. सीएमओ संजय सिंह राठौर ने बताया कि इस मामले में तीन बार नोटिस जारी किया जा चुका है.
अब सवाल ये है कि ठेकेदार ने दुकानों का निर्माण एक जैसा किया था, जब यह दुकानें अवैध और बिना अनुमति के बन रही थीं, तो इतने लंबे समय के बाद भी संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.