खंडवा। सोमवार को टिगरिया गांव में 85 वर्षीय बुजुर्ग राजाराम पटेल की मौत हो गई, लेकिन ये कोई साधारण मौत नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि 5 साल पहले ही राजाराम ने अपने मरने की भविष्यवाणी कर दी थी, जो सच हुई. लोगों ने कहा कि राजाराम ने 5 साल पहले कहा था कि उसकी मौत 15 अप्रैल को 2019 में हो जाएगी और ऐसा ही हुआ.
ग्रामीणों की मानें तो राजाराम पटेल में माता आती थीं, इसलिए वो उन्हें बिजासनी माता कहकर बुलाते थे. लोगों का कहना है कि गांव में अगर कोई भी परेशानी आती थी तो राजामल पटेल अपने आशीर्वाद से सब ठीक कर देते थे. उनकी मौत के बाद पूरे गांव ने उनके घर पर पहुंचकर भजन-कीर्तन किया और पालकी में बैठाकर शव यात्रा निकाली.
लोगों को विश्वास है कि उन्होंने खुद प्राण त्यागे हैं, लेकिन इस मामले में साइंस प्रोफेसर किरण देवी डेविड ने कहा कि विज्ञान में ऐसा कोई संदर्भ नहीं मिलता है, जिसमें कोई व्यक्ति एक निश्चित समय या साल में अपनी मृत्यु की भविष्यवाणी कर दे. संभव है कि उन्हें साइलेंट हार्टअटैक आया हो या फिर ये महज एक को-इंसीडेंस हो.