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महाशिवरात्रि पर्व:  भोलेनाथ के दर्शन के लिए ओंकारेश्वर में लगा श्रद्धालुओं का तांता - ओंकारेश्वर मंदिर श्रद्धालु भीड़

आज महाशिवरात्रि का पर्व है. देशभर में महाशिवरात्रि की धूम है, मंदिर शिवलायों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. वहीं 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर में सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा है.

Omkareshwar Temple
ओंकारेश्वर मंदिर
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Published : Mar 11, 2021, 7:39 AM IST

Updated : Mar 11, 2021, 8:50 AM IST

खंडवा। महाशिवरात्रि पर्व पर तीर्थनगरी में देशभर से भक्तों के पहुंचने का सिलसिला एक दिन पहले बुधवार से ही शुरु हो गया था. शिवरात्रि पर्व पर अलसुबह 3:30 बजे मंगला आरती के बाद 4 बजे से ही भक्तों को दर्शन के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए थे. गुरुवार की सुबह श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से काफी कम दिखाई दी. ओंकारेश्वर पहुंचे श्रद्धालुओं ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन और अभिषेक किया.

ओंकारेश्वर मंदिर के साथ ममलेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की कम भीड़ रही. साथ ही सभी घाटों पर पहुंचे और श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाकर मंगल कामना की. संत मंडल के सभी महामंडलेश्वर,महंतों ने नर्मदाजी में स्नान के बाद ढोल, बैंड-बाजों के साथ नगर में शोभायात्रा निकाली.

चार घंटे दी गर्भग्रह में जल चढ़ाने की छूट

महाशिवरात्रि पर अलसुबह 4 बजे से 8 बजे तक ज्योतिर्लिंग पर सीधे जल चढ़ाने की छूट दी गई है. उसके बाद मंदिर के बाहर लगे जलपात्र में जल डालकर अंदर दर्शन करते हुए श्रद्धालुओं को निकाला गया. दिनभर तीर्थनगरी में बोल बम के जयकारे लगे. हर कोई शिव की आराधना में लीन रहा.

ओंकारेश्वर में लगा श्रद्धालुओं का तांता
महाशिवरात्रि पर्व के लिए मंदिर ट्रस्ट ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. मंदिर के कर्मचारियों को भी महाशिवरात्रि के लिए जिम्मेदारी दी गई है. मंदिर के व्यवस्थापक पंडित आशीष दीक्षित ने बताया कि मंदिर परिसर एवं गर्भ गृह का सुगंधित फूलों से विशेष श्रंगार किया गया है. श्रद्धालुओं के लिये सुबह चार बजे मंदिर के पट खोल दिये गये. मंदिर ट्रस्ट की ओर से 251 किलो पेड़ों का भगवान को भोग लगाकर भक्तों में बांटा गया है. श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर सुबह चार से आठ बजे तक ही भगवान के मूल स्वरूप पर जल चढ़ाने की छूट दी गई है. इसके बाद मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं से पात्र में जल लेकर भगवान के मूल स्वरूप तक पहुंचाएंगे.साल में एक बार शिवरात्रि पर ऐसा मौका आता है जब भगवान ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर सहित नगर में स्थित सभी शिवालयों के दरवाजे पूरी रात खुले रहेंगे. इस दौरान देशभर से श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं. आज गुरुवार को दिनभर और रात में भी ओंकारेश्वर महादेव के दर्शन जारी रहेंगे.

अर्धनारेश्वर शिवलिंग का विशेष महत्व: शिव और शक्ति दोनों के होते हैं दर्शन



भगवान के लगेगा साबूदाने की खिचड़ी का भोग

मंदिर के मध्यकालीन मंदिर के पुजारी जितेंद्र शास्त्री ने बताया महाशिवरात्रि पर दोपहर 12 बजे से लेकर 1ः20 बजे तक भगवान को फलाहारी खिचड़ी का भोग लगाया जाएगा. हर दिन होने वाली आरती पूजा पूर्वक की तरह ही की जाएगी. वहीं शाम के वक्त पुजारी पंडित डंकेश्वर दीक्षित ने बताया महाशिवरात्रि पर्व पर शयनकाल आरती नहीं होगी. मंदिर पूरी रात खुला रहेगा. 12 मार्च को रात्रि तीन बजे कुछ समय के लिए मंदिर के पट बंद होंगे. भगवान की शयन आरती करने के बाद चार बजे फिर पट खोल दिए जाएंगे. महाशिवरात्रि पर अनेकों मठ मंदिर आश्रम अखाड़ों में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. भक्तों द्वारा फलारी भंडारे का आयोजन भी अनेक स्थानों पर किया जाएगा.

ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के सीईओ पुनासा एसडीएम सीएस सोलंकी, नर्मदा नगर एसडीओपी राकेश पेंद्रो, तहसीलदार उदय मंडलोई, थाना प्रभारी शिवराम जमरा, नगर परिषद मुख्य कार्यपालन अधिकारी मोनिका पारदि ने महाशिवरात्रि पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुविधा में जुटे हैं. एसडीएम सोलंकी ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट के सभी कर्मचारियों को आने वाले श्रद्धालु कोविड 19 के नियमों के पालन कराते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है.

बस स्टैंड से आगे नहीं जाएंगे वाहन

थाना प्रभारी शिवराम जमरा ने बताया कि महाशिवरात्रि के लिए खंडवा खरगोन सहित अन्य जिले से भी अधिकारी व जवानों को बुलवाकर ओंकारेश्वर में ड्यूटी पर लगाया गया है. छोटे वाहनों को कुबेर भंडारी मंदिर व ओंकार प्रसादालय में पार्किंग करवाया जाएगा. दोनों पार्किंग फुल होने के बाद छोटे वाहनों को भी नवीन बस स्टैंड पर ही रोक दिया जाएगा. पुराने बस स्टैंड से आगे जाने की किसी भी वाहन को अनुमति नहीं रहेगी. बाइक को बालवाड़ी और यात्री धर्मशाला के सामने पार्किंग करने के निर्देश यातायात के जवानों को दे दिए हैं.

नवीन बस स्टैंड से नर्मदा नदी के नवीन घाट पर जाने पर भी लगाया प्रतिबंधित किया गया है. इंदौर- इच्छापुर खंडवा सड़क मार्ग पर वाहन सुचारू रूप से संचालित होने के लिए इंदौर तेजाजी नगर से भारी वाहनों को खलघाट, धामनोद होते हुए देशगांव भेजा जाएगा. इसी प्रकार बुरहानपुर खंडवा की ओर से आने वाले बड़े वाहनों को भीकनगांव, खरगोन, कसरावद, खलघाट होते हुए एबी रोड और इंदौर की ओर डायवर्ट किया जाएगा.

शिवरात्रि महापर्व के बाद 13 मार्च को शनिचरी अमावस्या का पर्व है. इस पर्व पर भी बड़ी संख्या में लोग नर्मदा स्नान के लिए पहुंचते हैं. इसलिए प्रशासन को आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए शनिवार तक इंतजाम करना होंगे.

खंडवा। महाशिवरात्रि पर्व पर तीर्थनगरी में देशभर से भक्तों के पहुंचने का सिलसिला एक दिन पहले बुधवार से ही शुरु हो गया था. शिवरात्रि पर्व पर अलसुबह 3:30 बजे मंगला आरती के बाद 4 बजे से ही भक्तों को दर्शन के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए थे. गुरुवार की सुबह श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से काफी कम दिखाई दी. ओंकारेश्वर पहुंचे श्रद्धालुओं ने ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन-पूजन और अभिषेक किया.

ओंकारेश्वर मंदिर के साथ ममलेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की कम भीड़ रही. साथ ही सभी घाटों पर पहुंचे और श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाकर मंगल कामना की. संत मंडल के सभी महामंडलेश्वर,महंतों ने नर्मदाजी में स्नान के बाद ढोल, बैंड-बाजों के साथ नगर में शोभायात्रा निकाली.

चार घंटे दी गर्भग्रह में जल चढ़ाने की छूट

महाशिवरात्रि पर अलसुबह 4 बजे से 8 बजे तक ज्योतिर्लिंग पर सीधे जल चढ़ाने की छूट दी गई है. उसके बाद मंदिर के बाहर लगे जलपात्र में जल डालकर अंदर दर्शन करते हुए श्रद्धालुओं को निकाला गया. दिनभर तीर्थनगरी में बोल बम के जयकारे लगे. हर कोई शिव की आराधना में लीन रहा.

ओंकारेश्वर में लगा श्रद्धालुओं का तांता
महाशिवरात्रि पर्व के लिए मंदिर ट्रस्ट ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. मंदिर के कर्मचारियों को भी महाशिवरात्रि के लिए जिम्मेदारी दी गई है. मंदिर के व्यवस्थापक पंडित आशीष दीक्षित ने बताया कि मंदिर परिसर एवं गर्भ गृह का सुगंधित फूलों से विशेष श्रंगार किया गया है. श्रद्धालुओं के लिये सुबह चार बजे मंदिर के पट खोल दिये गये. मंदिर ट्रस्ट की ओर से 251 किलो पेड़ों का भगवान को भोग लगाकर भक्तों में बांटा गया है. श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर सुबह चार से आठ बजे तक ही भगवान के मूल स्वरूप पर जल चढ़ाने की छूट दी गई है. इसके बाद मंदिर ट्रस्ट के कर्मचारी मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं से पात्र में जल लेकर भगवान के मूल स्वरूप तक पहुंचाएंगे.साल में एक बार शिवरात्रि पर ऐसा मौका आता है जब भगवान ओंकारेश्वर ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर सहित नगर में स्थित सभी शिवालयों के दरवाजे पूरी रात खुले रहेंगे. इस दौरान देशभर से श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए आते हैं. आज गुरुवार को दिनभर और रात में भी ओंकारेश्वर महादेव के दर्शन जारी रहेंगे.

अर्धनारेश्वर शिवलिंग का विशेष महत्व: शिव और शक्ति दोनों के होते हैं दर्शन



भगवान के लगेगा साबूदाने की खिचड़ी का भोग

मंदिर के मध्यकालीन मंदिर के पुजारी जितेंद्र शास्त्री ने बताया महाशिवरात्रि पर दोपहर 12 बजे से लेकर 1ः20 बजे तक भगवान को फलाहारी खिचड़ी का भोग लगाया जाएगा. हर दिन होने वाली आरती पूजा पूर्वक की तरह ही की जाएगी. वहीं शाम के वक्त पुजारी पंडित डंकेश्वर दीक्षित ने बताया महाशिवरात्रि पर्व पर शयनकाल आरती नहीं होगी. मंदिर पूरी रात खुला रहेगा. 12 मार्च को रात्रि तीन बजे कुछ समय के लिए मंदिर के पट बंद होंगे. भगवान की शयन आरती करने के बाद चार बजे फिर पट खोल दिए जाएंगे. महाशिवरात्रि पर अनेकों मठ मंदिर आश्रम अखाड़ों में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. भक्तों द्वारा फलारी भंडारे का आयोजन भी अनेक स्थानों पर किया जाएगा.

ओंकारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के सीईओ पुनासा एसडीएम सीएस सोलंकी, नर्मदा नगर एसडीओपी राकेश पेंद्रो, तहसीलदार उदय मंडलोई, थाना प्रभारी शिवराम जमरा, नगर परिषद मुख्य कार्यपालन अधिकारी मोनिका पारदि ने महाशिवरात्रि पर्व पर आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुविधा में जुटे हैं. एसडीएम सोलंकी ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट के सभी कर्मचारियों को आने वाले श्रद्धालु कोविड 19 के नियमों के पालन कराते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है.

बस स्टैंड से आगे नहीं जाएंगे वाहन

थाना प्रभारी शिवराम जमरा ने बताया कि महाशिवरात्रि के लिए खंडवा खरगोन सहित अन्य जिले से भी अधिकारी व जवानों को बुलवाकर ओंकारेश्वर में ड्यूटी पर लगाया गया है. छोटे वाहनों को कुबेर भंडारी मंदिर व ओंकार प्रसादालय में पार्किंग करवाया जाएगा. दोनों पार्किंग फुल होने के बाद छोटे वाहनों को भी नवीन बस स्टैंड पर ही रोक दिया जाएगा. पुराने बस स्टैंड से आगे जाने की किसी भी वाहन को अनुमति नहीं रहेगी. बाइक को बालवाड़ी और यात्री धर्मशाला के सामने पार्किंग करने के निर्देश यातायात के जवानों को दे दिए हैं.

नवीन बस स्टैंड से नर्मदा नदी के नवीन घाट पर जाने पर भी लगाया प्रतिबंधित किया गया है. इंदौर- इच्छापुर खंडवा सड़क मार्ग पर वाहन सुचारू रूप से संचालित होने के लिए इंदौर तेजाजी नगर से भारी वाहनों को खलघाट, धामनोद होते हुए देशगांव भेजा जाएगा. इसी प्रकार बुरहानपुर खंडवा की ओर से आने वाले बड़े वाहनों को भीकनगांव, खरगोन, कसरावद, खलघाट होते हुए एबी रोड और इंदौर की ओर डायवर्ट किया जाएगा.

शिवरात्रि महापर्व के बाद 13 मार्च को शनिचरी अमावस्या का पर्व है. इस पर्व पर भी बड़ी संख्या में लोग नर्मदा स्नान के लिए पहुंचते हैं. इसलिए प्रशासन को आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए शनिवार तक इंतजाम करना होंगे.

Last Updated : Mar 11, 2021, 8:50 AM IST
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