खंडवा। इंदौर के रहने वाले एक पुलिस आरक्षक ने खंडवा की पुलिस लाइन में अपने करने में फांसी लगातर जान दे दी. अपने सुसाइड नोट में आरक्षक ने लिखा है " पापा मैं बहुत अकेला हो गया हूं." पारिवारिक कारणों की वजह से वह आत्महत्या कर रहा है. उसका सामान उसके घर वालों को दिया जाए. यह कदम वह अपनी मर्जी से उठा रहा है. बताया जा रहा है कि आरक्षक आत्महत्या करने से पहले अपने एक दोस्त से मिला था.
इंदौर का रहने वाला था आरक्षक
इंदौर के रहने वाले आरक्षक धनेश्वर पुत्र यशवंत सोनवने खंडवा पुलिस लाइन में पदस्थ था. इससे पहले उसने खालवा थाने में अपनी सेवाएं दी. साल 2013 में उसकी पोस्टिंग खंडवा हुई थी. इसके बाद से वह पुलिस लाइन में ही रह रहा था. शनिवार को सुबह धनेश्वर का शव कमरे के अंदर फांसी के फंदे पर लटका मिला. घटना की जानकारी लगने पर कोतवाली थाने से एसआई जितेंद्र सिंह चौहान पुलिस कर्मियों के साथ घटनास्थल पहुंचे. एसआई चौहान ने बताया कि "शुरुआती जांच में मामला आत्महत्या का लगा रहा है. पारिवारिक कारण से आत्महत्या करने की जानकारी मिली है."
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दो दिन पहले घर से लौटा था आरक्षक
आरक्षक धनेश्वर 15 दिन की छुट्टी लेकर इंदौर गया था. यहां से वह छुट्टी खत्म होने के दो दिन बाद खंडवा आया था. उसने वापस आने पर रक्षित निरीक्षक कार्यालय में अपनी आमद नहीं दी थी. दशहरे पर वह अपने दोस्त आबिद से मिला था. इसके बाद वह पुलिस लाइन स्थित कमरे में सोने चले गया. अगले दिन उसका शव कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला. सुसाइड नोट में भी धनेश्वर ने पारिवारिक कारणों की वजह से आत्महत्या करने की बात लिखी है. साथ ही उसने अपने पिता से इस कृत्य के लिए माफी मांगी है.