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MPPSC में भील समुदाय के सवाल पर जारी है बवाल, समुदाय ने राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

12 जनवरी को पूरे प्रदेश में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा का आयोजन किया गया था. परीक्षा तो संपन्न हो गई, लेकिन परीक्षा के बाद भील जनजाति को लेकर पूछे गए सवालों पर ही सवाल खड़े कर दिए.

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परीक्षा में पूछे गए सवाल से भील समुदाय नाराज
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Published : Jan 13, 2020, 7:53 PM IST

Updated : Jan 13, 2020, 8:09 PM IST

खंडवा/झाबुआ। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर में भील जनजाति को लेकर पूछे गए प्रश्नों पर बवाल सामने आया है. एमपीपीएससी के पेपर में सीसैट के अंदर एक अनसीन पैसेज में भील जनजाति को शराब में डूबी हुई और धन कमाने के लिए गैर वैधानिक और अनैतिक कामों में लिप्त जनजाति बताया गया है.

सीसैट में पूछे गए प्रश्नों में भी कुछ इसी तरह से पूछे गए हैं, जिसे लेकर खंडवा जिले के भील समाज के लोगों ने अपनी नाराजगी जताई. भील समाज से आने वाले पंधाना के बीजेपी विधायक राम दंगोरे में एमपीपीएससी से इसको लेकर शिकायत करने की बात कही है. तो वहीं काला कपड़ा दिखाकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

MPPSC में भील समुदाय के सवाल पर जारी है बवाल

वहीं झाबुआ में भी एमपीपीएससी में भील जनजाति पर पूछे गए सवाल पर सियासत तेज होने लगी है. कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के पीएससी अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ अब बीजेपी सांसद गुमान सिंह डामोर ने संघ लोक सेवा आयोग का घेराव करने का बयान दिया है.

MPPSC में भील समुदाय के सवाल पर जारी है बवाल

खंडवा/झाबुआ। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर में भील जनजाति को लेकर पूछे गए प्रश्नों पर बवाल सामने आया है. एमपीपीएससी के पेपर में सीसैट के अंदर एक अनसीन पैसेज में भील जनजाति को शराब में डूबी हुई और धन कमाने के लिए गैर वैधानिक और अनैतिक कामों में लिप्त जनजाति बताया गया है.

सीसैट में पूछे गए प्रश्नों में भी कुछ इसी तरह से पूछे गए हैं, जिसे लेकर खंडवा जिले के भील समाज के लोगों ने अपनी नाराजगी जताई. भील समाज से आने वाले पंधाना के बीजेपी विधायक राम दंगोरे में एमपीपीएससी से इसको लेकर शिकायत करने की बात कही है. तो वहीं काला कपड़ा दिखाकर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.

MPPSC में भील समुदाय के सवाल पर जारी है बवाल

वहीं झाबुआ में भी एमपीपीएससी में भील जनजाति पर पूछे गए सवाल पर सियासत तेज होने लगी है. कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया के पीएससी अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग के साथ अब बीजेपी सांसद गुमान सिंह डामोर ने संघ लोक सेवा आयोग का घेराव करने का बयान दिया है.

MPPSC में भील समुदाय के सवाल पर जारी है बवाल
Intro:परीक्षा में पूछे गए सवाल से भील समुदाय हुआ नाराज सौंपा ज्ञापन,
राज्यपाल से परीक्षा को निरस्त करने की मांग की

पंधाना -एक तरफ देशभर के विश्वविद्यालयों में सी ए ए और एनआरसी को लेकर बवाल मचा हुआ है। वहीं अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर में भील जनजाति को लेकर पूछे गए प्रश्नों पर बवाल सामने आया है। MPPSC के पेपर में सीसैट के अंदर एक अनसीन पैसेज में भील जनजाति को शराब में डूबी हुई और धन कमाने के लिए गैर वैधानिक और अनैतिक कामों में लिप्त जनजाति बताया गया है। सी सैट में पूछे गए प्रश्नों में भी कुछ इसी तरह से पूछे गए हैं। जिसको लेकर खंडवा जिले के भील समाज के लोगों ने अपनी नाराजगी जताई। भील समाज से आने वाले पंधाना के भाजपा विधायक राम दंगोरे में MPPSC से इसको लेकर शिकायत करने की बात कही है तो वहीं काला कपड़ा लहरा कर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

गौरतलब हैं कि विगत 12 जनवरी को पूरे प्रदेश में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा का आयोजन किया गया था । परीक्षा तो संपन्न हो गई लेकिन परीक्षा के बाद भील जनजाति के लोगों ने पूछे गए सवालों और अनसीन पैसेज पर ही सवाल खड़े कर दिए। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर के सी सेट में लिखे गए अनसीन पैसेज में भील जनजाति को आय से अधिक खर्च करने वाला और शराब में डूबी हुई जनजाति बताया गया है । वहीं इस पैसेज में लिखा गया है कि भील जनजाति के लोगो की अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण दिलदारियां पूरी करना नहीं है। जिसके लिए वह गैर वैधानिक और अनैतिक कामों से पैसे कमाते हैं। इस प्रश्न में पूछे गए सवाल नंबर 99 में पूछा गया है कि भीलो की अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण क्या है ।
4 ऑप्शन है जिसमें A देनदारी में पूरी न कर पाना B ईमानदारी से काम करना C अनैतिक कार्य करना D गांव से पलायन करना , इसी तरह सवाल नंबर 100 में पूछा गया है कि धन उपार्जन के लिए भील कैसे कामों में संलिप्त हो जाते हैं इस प्रश्न में विचार ऑप्शन है जिसमें A सामाजिक काम B धार्मिक काम C गैर वैधानिक तथा अनैतिक काम D कठिन से कठिन काम इसमें जो ऑप्शन दिए गए हैं । जिसमें गैर वैधानिक और अनैतिक काम करना इसे लेकर भील समाज नाराज हो गया है। और इसी को लेकर पंधाना विधायक राम दांगोरे अपने कार्यकर्ताओं के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे एवं ज्ञापन का वाचन कर तहसीलदार विजय सेनानी को सौंफा ! ज्ञापन में माध्यम को परीक्षा निरस्त करने की राज्यपाल से मांग भी की है ।Body:परीक्षा में पूछे गए सवाल से भील समुदाय हुआ नाराज सौंपा ज्ञापन,
राज्यपाल से परीक्षा को निरस्त करने की मांग की

पंधाना -एक तरफ देशभर के विश्वविद्यालयों में सी ए ए और एनआरसी को लेकर बवाल मचा हुआ है। वहीं अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर में भील जनजाति को लेकर पूछे गए प्रश्नों पर बवाल सामने आया है। MPPSC के पेपर में सीसैट के अंदर एक अनसीन पैसेज में भील जनजाति को शराब में डूबी हुई और धन कमाने के लिए गैर वैधानिक और अनैतिक कामों में लिप्त जनजाति बताया गया है। सी सैट में पूछे गए प्रश्नों में भी कुछ इसी तरह से पूछे गए हैं। जिसको लेकर खंडवा जिले के भील समाज के लोगों ने अपनी नाराजगी जताई। भील समाज से आने वाले पंधाना के भाजपा विधायक राम दंगोरे में MPPSC से इसको लेकर शिकायत करने की बात कही है तो वहीं काला कपड़ा लहरा कर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

गौरतलब हैं कि विगत 12 जनवरी को पूरे प्रदेश में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा का आयोजन किया गया था । परीक्षा तो संपन्न हो गई लेकिन परीक्षा के बाद भील जनजाति के लोगों ने पूछे गए सवालों और अनसीन पैसेज पर ही सवाल खड़े कर दिए। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर के सी सेट में लिखे गए अनसीन पैसेज में भील जनजाति को आय से अधिक खर्च करने वाला और शराब में डूबी हुई जनजाति बताया गया है । वहीं इस पैसेज में लिखा गया है कि भील जनजाति के लोगो की अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण दिलदारियां पूरी करना नहीं है। जिसके लिए वह गैर वैधानिक और अनैतिक कामों से पैसे कमाते हैं। इस प्रश्न में पूछे गए सवाल नंबर 99 में पूछा गया है कि भीलो की अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण क्या है ।
4 ऑप्शन है जिसमें A देनदारी में पूरी न कर पाना B ईमानदारी से काम करना C अनैतिक कार्य करना D गांव से पलायन करना , इसी तरह सवाल नंबर 100 में पूछा गया है कि धन उपार्जन के लिए भील कैसे कामों में संलिप्त हो जाते हैं इस प्रश्न में विचार ऑप्शन है जिसमें A सामाजिक काम B धार्मिक काम C गैर वैधानिक तथा अनैतिक काम D कठिन से कठिन काम इसमें जो ऑप्शन दिए गए हैं । जिसमें गैर वैधानिक और अनैतिक काम करना इसे लेकर भील समाज नाराज हो गया है। और इसी को लेकर पंधाना विधायक राम दांगोरे अपने कार्यकर्ताओं के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे एवं ज्ञापन का वाचन कर तहसीलदार विजय सेनानी को सौंफा ! ज्ञापन में माध्यम को परीक्षा निरस्त करने की राज्यपाल से मांग भी की है ।Conclusion:परीक्षा में पूछे गए सवाल से भील समुदाय हुआ नाराज सौंपा ज्ञापन,
राज्यपाल से परीक्षा को निरस्त करने की मांग की

पंधाना -एक तरफ देशभर के विश्वविद्यालयों में सी ए ए और एनआरसी को लेकर बवाल मचा हुआ है। वहीं अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर में भील जनजाति को लेकर पूछे गए प्रश्नों पर बवाल सामने आया है। MPPSC के पेपर में सीसैट के अंदर एक अनसीन पैसेज में भील जनजाति को शराब में डूबी हुई और धन कमाने के लिए गैर वैधानिक और अनैतिक कामों में लिप्त जनजाति बताया गया है। सी सैट में पूछे गए प्रश्नों में भी कुछ इसी तरह से पूछे गए हैं। जिसको लेकर खंडवा जिले के भील समाज के लोगों ने अपनी नाराजगी जताई। भील समाज से आने वाले पंधाना के भाजपा विधायक राम दंगोरे में MPPSC से इसको लेकर शिकायत करने की बात कही है तो वहीं काला कपड़ा लहरा कर कमलनाथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।

गौरतलब हैं कि विगत 12 जनवरी को पूरे प्रदेश में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा का आयोजन किया गया था । परीक्षा तो संपन्न हो गई लेकिन परीक्षा के बाद भील जनजाति के लोगों ने पूछे गए सवालों और अनसीन पैसेज पर ही सवाल खड़े कर दिए। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पेपर के सी सेट में लिखे गए अनसीन पैसेज में भील जनजाति को आय से अधिक खर्च करने वाला और शराब में डूबी हुई जनजाति बताया गया है । वहीं इस पैसेज में लिखा गया है कि भील जनजाति के लोगो की अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण दिलदारियां पूरी करना नहीं है। जिसके लिए वह गैर वैधानिक और अनैतिक कामों से पैसे कमाते हैं। इस प्रश्न में पूछे गए सवाल नंबर 99 में पूछा गया है कि भीलो की अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण क्या है ।
4 ऑप्शन है जिसमें A देनदारी में पूरी न कर पाना B ईमानदारी से काम करना C अनैतिक कार्य करना D गांव से पलायन करना , इसी तरह सवाल नंबर 100 में पूछा गया है कि धन उपार्जन के लिए भील कैसे कामों में संलिप्त हो जाते हैं इस प्रश्न में विचार ऑप्शन है जिसमें A सामाजिक काम B धार्मिक काम C गैर वैधानिक तथा अनैतिक काम D कठिन से कठिन काम इसमें जो ऑप्शन दिए गए हैं । जिसमें गैर वैधानिक और अनैतिक काम करना इसे लेकर भील समाज नाराज हो गया है। और इसी को लेकर पंधाना विधायक राम दांगोरे अपने कार्यकर्ताओं के साथ तहसील कार्यालय पहुंचे एवं ज्ञापन का वाचन कर तहसीलदार विजय सेनानी को सौंफा ! ज्ञापन में माध्यम को परीक्षा निरस्त करने की राज्यपाल से मांग भी की है ।
Last Updated : Jan 13, 2020, 8:09 PM IST

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