खंडवा। देश में प्याज के भाव आसमान पर है. सभी जगह अच्छी प्याज 100-150 रूपए किलो बिक रही हैं. वहीं प्याज के बढ़े हुए भावों को लेकर भारतीय किसान संघ ने विरोध किया हैं. किसान संघ का कहना है कि किसान देश के लिए भरपूर प्याज उगाता हैं. लेकिन सामान्य दिनों में किसान को प्याज का भाव ही नहीं मिलता है. जबकि अतिवृष्टि की वजह से प्याज के भाव बढ़े हुए है तो राजनेता प्याज के नाम से रो रहे है.
भारतीय किसान संघ ने जिला मुख्यालय पर धरना देकर अपना आक्रोश जताया गया. किसान संघ ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
दरअसल किसान संघ का कहना कि देश का किसान अपना पेट काटकर लोगों के लिए प्याज और अनाज का उत्पादन करता हैं. उनका आरोप है कि राजनेता अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्याज के बढ़े भावों पर रोना रो रहे हैं. जबकि किसान को सालभर तक प्याज का उचित भाव नहीं मिलता है और इसकी वजह सरकार की गलत नीतियां हैं. नौबत यहां तक आ जाती हैं कि किसान अपना प्याज सड़कों पर फेंक देते हैं. जिससे किसानों को उनकी फसल का लागत मूल्य भी नहीं मिल पाता हैं.