कटनी। पहले पेट्रोल- डीजल के बढ़ते दामों से लोग परेशान थे, अब सब्जियों के दाम आम आदमी को रुला रहे हैं. एक महीने पहले तक बेहद सस्ते दामों पर बिक रहे टमाटर के रेट अब आसमान छू रहे हैं. जिससे आम जनता की परेशानियां और बढ़ गई हैं. टमाटर के दाम बढ़ने से मध्यम वर्ग और गरीब तबके की थाली से जैसे टमाटर गायब होता जा रहा है.
टमाटर ने बिगाड़ा किचन का बजट
आलम ये है कि, कुछ दिनों पहले तक 10 रुपए किलों बिकने वाला टमाटर अब 80 से 100 रुपए प्रति किलो के बीच बिक रहा है. ऐसे में टमाटर का दाम सुन ग्राहकों के मुंह लाल हो जाते हैं. महिलाओं का कहना है कि, टमाटर के बढ़ते दामों से उनके घर का बजट बिगड़ गया है. लगातार बढ़ते दामों के चलते अब टमाटर खरीदना मुश्किल हो रहा है. इसलिए जहां पहले टमाटर दो तीन किलों तक खरीदते थे, वहीं अब एक या आधा किलो में ही काम चला रहे हैं.
मंडी में पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच रहा टमाटर
सब्जी मंडी के थोक एवं फुटकर विक्रेता अचानक बढ़े टमाटर के रेट पर कहते है कि, बरसात शुरु होने की वजह से टमाटर मार्केट में पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा, जबकि भाड़ा बढ़ने से दुकानदार भी टमाटर कम खरीद रहे हैं. जिससे दाम बढ़ गए हैं. व्यापारियों का कहना है कि, टमाटर बेंगलुरु से आ रहा है. लेकिन लॉकडाउन के चलते इस बार धंधे में कमी आई है. अब जब अनलॉक में सब्जियों की खरीदी शुरु हुई, तो भाड़ा बढ़ गया है. यही वजह है कि, टमाटर के साथ-साथ अन्य सब्जियों के दाम भी बढ़ने लगे हैं.
हालांकि टमाटर के बढ़ते दामों की एक वजह लॉकडाउन भी माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि, लॉकडाउन में टमाटर की सप्लाई न होने से देशभर में बड़ी मात्रा में टमाटर खराब हो गया. अब बरसात में टमाटर का उत्पादन कम हो गया है. यही वजह है कि टमाटर के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं.