कटनी। कोरोना वायरस की महामारी के चलते लोगों की जान बचाने तमाम संस्थाए और प्रशासन आगे आ रहे है, लेकिन बेजुबान जानवरों तक कोई नहीं पहुंच पाया. कटनी की रहने वाली अमिता श्रीवास हर दिन इन बेजूबानों के लिए खाने का इंतजाम करती हैं.
अमिता श्रीवास रात भर सिलाई मशीन चला कर चंद रुपए कमाती हैं और जो भी कमाई होती है उससे फल और हरी सब्जियां खरीद लेती हैं और तमाम बेजुबानों को तलाश कर उन्हें खिलाती हैं. अमिता बड़े चाव से बैल गाय और बंदरों को खाना खिलाती हैं.
अमिता गौरक्षा संघ की कमांडो हैं, लेकिन जानवरों से उनका पुराना नाता है. वे कॉलेज में पढ़ने के दौरान मवेशियों की सेवा करती रहती थीं जो किसी दुर्घटना मे घायल हो जाते थे. उनके इसी जज्बे को देख कर गौ रक्षा संघ ने उन्हें कमांडो का दर्जा दिया हुआ है.