कटनी । प्रदेश की पूर्व सरकार ने किसानों का दो लाख रूपए तक का कर्ज माफ कर दिया था. इसके बावजूद किसानों से समर्थन मूल्य पर बेचे गए गेहूं की रकम से वसूली की जा रही है, जिससे किसान खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं. दरअसल पूर्ववर्ती सरकार के सर्वे में कई किसानों का नाम भी आया था, लेकिन खातों में कर्ज माफी की एंट्री नहीं हो पाई है और ना ही किसानों को कर्जमाफी का सर्टिफिकेट मिला है. जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
किसान हो रहे परेशान
किसानों को खेती के कर्ज लेने के लिए बैंकों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. वहीं किसानों से कर्ज की वसूली की जा रही है. सरकार की जय किसान ऋण माफी योजना के तहत कटनी जिले के सहकारी समिति मर्यादित देवराकला के एक अधिकारी पर किसान ने कर्ज माफ नहीं करने का आरोप लगाया है. किसान ने बताया कि मुख्यमंत्री ऋण माफी में उसका नाम आया था और पंचायत ने उसे स्लिप दी थी, लेकिन अभी तक उसका कर्ज माफ नहीं हुआ है.
क्यों नहीं हुआ कर्ज माफ
सोसायटी मैनेजर ने समर्थन मूल्य पर गेहूं की रकम से पैसे काट लिए. सोसायटी मैनेजर का कहना है कि, शासन से पैसे नहीं आने की वजह से किसान का कर्ज माफ नहीं हुआ है. सहकारी बैंक मैनेजर का कहना है कि कर्ज माफी की प्रक्रिया तैयार है, लेकिन सरकार बदल जाने की वजह से काम रूका हुआ है. परेशान किसान ने जिला कलेक्टर को शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है.