कटनी। बड़वारा तहसील में संचालित कोयला प्लांट और क्रेशर खदानों से उड़ने वाली डस्ट के कारण रुपौध व इसके आसपास लगे गांवों के किसानों को उनकी उपजाऊ कृषि भूमि के बंजर होने की चिंता सता रही है, जिसे किसानों ने अपना खून पसीना बहा कर उपजाऊ बनाया था. बड़वारा रेलवे स्टेशन के पास रुपौध सहित आसपास के गांव में इन दिनों धान की कटाई की जा रही है, लेकिन लागत के अनुसार किसानों को खेती में लगातार घाटा हो रहा है. दोनों कृषि माहो में उन्हें सिर्फ नुकसान ही झेलना पड़ रहा है. जिसका कारण है यहां संचालित कोयला व क्रेशर प्लांट से निकलने वाली महीन डस्ट.
वहीं एक प्राथमिक स्कूल भी संचालित है यहां पढ़ने वाले छात्र छात्राएं कक्षा के अंदर डस्ट आने के कारण परेशान होते हैं, और बच्चे आए दिन बीमार भी हो रहे हैं, लेकिन इसके बाद ही कोई प्रयास अब शासन प्रशासन द्वारा नहीं किया जा रहा है. आलम यह है कि नियमों को ताक पर रखकर क्रेशर खदानों और कोयला प्लांट संचालक धड़ल्ले से काम कर रहे हैं.