कटनी। जिले में नगर निगम के आला अधिकारियों की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. पूरे मध्य प्रदेश में भू माफियाओं के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन की कार्रवाई चल रही है. मामला ट्रांसपोर्ट नगर में संचालित हो रही दो डामर प्लांट का है. जिसमें से एक बंद होने के बावजूद खानापूर्ति कर चालू दिखाने की कवायद की गई. और वही दूसरा प्लांट चालू तो है पर उसे हटाने की कार्रवाई करना तो दूर अधिकारी चाय की चुस्की लेते नजर आए.
ट्रांसपोर्ट नगर की बेशकीमती जमीन पर संचालित एक डामर प्लांट निगम के ही ठेकेदार गुल्लू खंपारिया का होने के चलते इसे नहीं हटाया गया. जबकि इसके पूर्व प्लांट संचालक को अलग करने को लेकर 4 बार नोटिस भी दी जा चुकी है. जानकारी के मुताबिक ठेकेदार कंपरिया को राजनीतिक नेताओं के साथ ही नगर निगम के कई बड़े अधिकारियों का भी संरक्षण मिला हुआ है. यही वजह है कि नगर निगम के आला अधिकारी कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं. या यूं कहें कि ठेकेदार से दोस्ती निभाने में लगे हैं.
नगर निगम कार्यपालन यंत्री राकेश शर्मा ने बताया कि ट्रांसपोर्ट नगर में दो ठेकेदारों द्वारा अवैध कब्जा कर डामर प्लांट संचालित किया जा रहा था. जिनको लगातार नोटिस देकर अतिक्रमण मुक्त करने को कहा गया था लेकिन इन्होनें अभी तक अलग नहीं किया. जिस कारण बुधवार को एक दाना प्लांट को ट्रांसपोर्ट नगर से अलग कराया गया है.
वही दूसरे ठेकेदार ने 8 दिन की मोहलत मांगी है. अगर 8 दिन के अंदर दावत पांडे अलग नहीं करता तो उसके ऊपर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही अवैध रूप से डामर प्लांट को इतने दिनों से ट्रांसफर नगर में संचालित कर रहे थे. तो इनके ऊपर जुर्माना लगाकर शुल्क वसूला जाएगा.