झाबुआ। जिले के सबसे हाईप्रोफाइल मामलों में शामिल नेचुरल गोल्ड आटा मिल के 2 मालिकों की हेरा फेरी और 420 के मामले में गिरफ्तारी ना होने से पुलिस कार्रवाई पर सवाल खड़े होने लगे हैं. 5 सितंबर 2020 को थांदला के अनुविभागीय अधिकारी के निर्देश पर नेचुरल गोल्ड प्लस एंड फ्लोर मिल की जांच की गई थी, जांच के दौरान मिल में गेहूं और चने का स्टॉक कम पाया गया था, जिसका मिलान कृषि उपज मंडी के दस्तावेज और किसानों द्वारा भेजी गई उपज से करने पर उसमें भारी गड़बड़ी मिली थी.
थांदला एसडीएम के प्रतिवेदन के आधार पर पुलिस ने नेचुरल गोल्ड के 9 भागीदारों के विरुद्ध अपराध का मामला पंजीबद्ध कर 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर जिला जेल भेज दिया.
चार सौ बीसी और हेराफेरी के मामले में नेचुरल गोल्ड के दो भागीदारों को एफआईआर दर्ज होने के 15 दिनों बाद भी पुलिस गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो सकी, इस मामले में आरोपी बनाया गया झाबुआ की गादिया कॉलोनी का कॉलोनाइजर लोकेश गादिया झाबुआ कोतवाली में भी चारसौबीसी के एक मामले में पिछले डेढ़ साल से फरार चल रहा है. अरबपति लोकेश गादिया की गिरफ्तारी न होने से पुलिस पर कई सवाल उठने लगे हैं.
पीडीएस का अनाज फ्लोर मिलों में जाने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिसके बाद यह मामला जिले का सबसे हाईप्रोफाइल मामला बनता जा रहा है.
इस मामले में गिरफ्तार नेचरल गोल्ड के भागीदार अली हुसैन बोहरा, मोहम्मदी बोहरा, मुस्तनसिर अली हुसेन बोहरा, होजैफा अली हुसैन ,संजय चंपालाल जैन, रजनीकांत रूपचंद और श्रेणिक कनकम गादिया की जमानत अर्जी जिला कोर्ट से खारिज होने के बाद इनकी जमानत याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई होना है.
गिरफ्तार लोगों कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया ओर कांग्रेस समर्थित होने से राजनीतिक तौर पर भी यह मामला हाईप्रोफाइल बना हुआ है, फिलहाल इस मामले में गिरफ्त में आए सभी लोगों को जिला जेल में रखा गया है, जहां 4 लोगों के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर जेल के आइसोलेशन सेंटर में उनका इलाज चल रहा है.