झाबुआ। मध्य प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट बनती जा रही रतलाम-झाबुआ संसदीय सीट पर 13 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए हैं, जिसमें मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया और भाजपा प्रत्याशी गुमान सिंह डामोर के बीच माना जा रहा है. चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी करोड़पती हैं. इसके बावजूद वह बैंकों के कर्जदार हैं.
कांतिलाल भूरिया पर 9 लाख 4 हजार, जबकि भाजपा के गुमानसिंह डामोर पर 29 लाख से अधिक का बैंक लोन बकाया है. इस सीट पर दोनों ही प्रत्याशी और उनकी पत्नियां करोड़पति होने के लिहाज से चुनाव में धन-बल का प्रयोग होना तय है. निर्वाचन आयोग को दिये अपने हलफनामे के अनुसार कांतिलाल भूरिया की 64, लाख 40 हजार 441 रुपए की चल संपत्ति है, जबकि भाजपा के गुमान सिंह डामोर के पास केवल 20 लाख 75 हजार 411 की चल संपत्ति है.
कांतिलाल भूरिया की पत्नी कल्पना भूरिया के पास 80 लाख 49 हजार 170 रुपये की चल संपत्ति है तो गुमान सिंह डामोर की पत्नी सूरज डामोर के पास 1 करोड़ 84 लाख 98 हजार 460 की चल संपत्ति बताई गई है. भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के पास झाबुआ, इंदौर, भोपाल और दिल्ली जैसे महानगरों में कृषि भूमि, मकान और फ्लैट हैं. कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के पास एक करोड़ 40 लाख रुपए कीमत की जमीन और मकान हैं. तो भाजपा प्रत्याशी डामोर के पास एक करोड़ 72 लाख 22 हजार की जमीन और मकान हैं.
जमीन के मामले में भूरिया की पत्नी कल्पना भूरिया सबसे आगे हैं. उनके पास 6 करोड़ 21 लाख 50 हजार की जमीन दुकान और मकान है, जबकि भाजपा प्रत्याशी सूरज डामोर के पास केवल 72 लाख मूल्य की जमीन और मकान है. कांतिलाल भूरिया ने अपनी आय का प्रमुख स्रोत कृषि वेतन और किराए को बताया है, जबकि उनकी पत्नी खेती और ब्याज का व्यवसाय भी करती है. भाजपा प्रत्याशी और उनकी पत्नी का प्रमुख स्त्रोत पेंशन दर्शाया गया है.