पन्ना: सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से अमानक अनाज भेजे जाने का मामला सामने आया है. बताया गया कि करीब 123 बोरी खराब, कीड़े लगे और सड़ा हुआ चावल उचित मूल्य दुकान पहुंच गया. जिसके बाद दुकानदार ने चावल लेने से मना कर दिया. वहीं, ग्रामीणों के साथ सेल्समैन ने इसकी शिकायत की तो चावल की जांच कर कार्रवाई की गई.
फफूंद लगा चावल दुकान पर भेजा
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से मिलने वाला अनाज शाह नगर वेयरहाउस में रखा गया था, जिसे मलघन उचित मूल्य दुकान को सप्लाई किया गया था. इसमें पाया गया कि चावल की क्वालिटी खराब है और उसमें फफूंद लगा है, जिससे दुकानदार ने चावल लेने से मना कर दिया और इसकी शिकायत की. शिकायत के बाद चावल की जांच कर उसे वापस कर गोदाम में रखा गया. वहीं, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मेघा चंदेल द्वारा जांच की गई और केंद्र पर लगभग 3 हजार क्विंटल अमानक चावल पाया गया.
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2 गोदामों का किया गया निरीक्षण
खाद्य अधिकारी ने 2 गोदाम का निरीक्षण किया, जिसमें चावल के सैंपल लिए गए और उसकी जांच की गई. बताया गया कि करीब 500 क्विंटल खराब क्वालिटी का चावल अन्य दुकानों को भी भेजा जा चुका है. नागरिक आपूर्ति निगम के केंद्र प्रभारी प्रभांशु द्विवेदी ने बताया, " लेबर की गलती से चावल चला गया था, जिसे दुकानों से वापस लाकर बदल दिया गया है." वहीं, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी मेघा चंदेल ने कहा, "इसकी सूचना प्राप्त होते ही पंचनामा बनाकर चावल को वापस कराया गया है. किसी भी केंद्र पर अमानक चावल का वितरण नहीं होगा."