झाबुआ। केंद्र सरकार द्वारा कृषि सुधार कानूनों को लागू करने के बाद देश भर के साथ आदिवासी अंचल में भी इसका विरोध होना शुरू हो गया है, दिल्ली में इस कानून का विरोध कर रहे पंजाब ,हरियाणा, उत्तर प्रदेश और देश के तमाम हिस्सों से किसान वहां पहुंचे हैं, किसानों के समर्थन में आदिवासी बहुल झाबुआ जिले के किसानों ने भी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओ साथ मिलकर शहर में मशाल जुलूस निकाला.
- 'मोदी सरकार ने की लोकतंत्र की हत्या'
तीनों कृषि कानूनों का विरोध किसान कर रहे हैं, वहीं झाबुआ में यूथ कांग्रेस के साथ मिलकर किसानों ने मसाल रैली निकाली, इस मौके पर यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विनय भाभोर ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में जुटी है, बिना लोकसभा का सत्र बुलाए गुपचुप तरीके किसान सुधार संशोधन कानून का अध्यादेश लाकर केंद्र सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है.
- किसानों को यूथ कांग्रेस का समर्थन
किसानों के समर्थन में मशाल लेकर यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता झाबुआ शहर की सड़कों पर उतरे, झाबुआ के बस स्टेशन स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल से लेकर आजाद चौक स्थित शहीद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा स्थल तक कांग्रेस के युवा कार्यकर्ताओं ने पैदल कैंडल और मशाल मार्च निकाला, इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
- पूरे जिले में किया गया विरोध
किसान कानून के बहाने कांग्रेस अपनी खोई हुई जमीन तलाशने में जुटी हुई है, आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत/ निकाय चुनाव होना है, लिहाजा कांग्रेस इन्हीं मुद्दों के बहाने एक बार फिर सक्रिय होने लगी है, नई दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन और किसान कानून रदद् करने की मांग को लेकर झाबुआ जिले के मेघनगर ,थांदला, पेटलावद में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाल कर केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों का विरोध किया.