भोपाल। झाबुआ विधानसभा उप चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस उम्मीदवार कांतिलाल भूरिया को पाकिस्तानी प्रतिनिधि करार देने पर उनके खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है, नेता प्रतिपक्ष का बचाव करते हुए पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि गोपाल भार्गव के बयान को तोड़- मरोड़ कर पेश किया गया है. साथ ही उन्होंने प्रदेश का कांग्रेस सरकार पर प्रशासनिक मशीनरी के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है.
मिश्रा ने कहा कि अगर उनके बयान को सही मान भी लें, तो कांग्रेस की संस्कृति और मानसिकता पर उन्होंने प्रहार किया था, जिस मानसिकता का उदाहरण उनके नेता राहुल गांधी का संयुक्त राष्ट्र में दिया जाता है.
उन्होंने कहा कि 'कांग्रेस के उस मानसिकता पर प्रहार किया था, कि आज तक कांग्रेस 370 पर अपनी राय स्पष्ट नहीं कर पाई है. उस मानसिकता पर प्रहार किया था जिसमें पाकिस्तान आज भी मनमोहन सिंह को ही क्यों न्यौता देता है. यह उस मानसिकता पर प्रहार था, जिसमें पाकिस्तान के अंदर राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह के बयान चलते हैं. यह उसी मानसिकता का परिचायक है'.
वहीं उन्होंने कहा कि 'जहां तक गोपाल भार्गव पर केस दर्ज करने की बात है. तो यह झाबुआ उपचुनाव में प्रशासनिक मशीनरी के दुरुपयोग की शुरुआत है. कांग्रेस हताश और निराश है'. उन्हें साफ दिखाई दे रहा है कि झाबुआ में भाजपा के पक्ष में वातावरण है. इसलिए प्रशासनिक मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. अपने बयान में कांतिलाल भूरिया का नाम दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा भूरिया के बारे में नहीं मानसिकता के बारे में परिचय दिया था.