झाबुआ। इस मामले में झितरा के तीन साथियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था. उन सभी को आजीवन कारावास की सजा हुई है. जबकि झितरा घटना के दिन से ही फरार चल रहा था. पुलिस टीम द्वारा उसे पकड़ने के काफी प्रयास किए गए, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था. ऐसे में उसकी गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया गया. इस प्रकरण में एसपी अगम जैन ने कालीदेवी थाना प्रभारी हिरूसिंह रावत को कुछ विशेष बिंदुओं पर कार्य करने के निर्देश दिए थे.
पुलिस टीम भेष बदलकर पहुंची : इसके बाद पुलिस टीम भेष बदलकर आरोपी झितरा के परिचितों के पास पहुंची. उनसे बातचीत कर झितरा का सुराग निकाला. पता चला कि वह रायसेन जिले में नाम बदलकर रह रहा है. इसके बाद पुलिस टीम रायसेन पहुंची. झितरा की पहचान पुख्ता होने के बाद योजनाबद्ध तरीके से उसे गिरफ्तार कर लिया. झितरा को पकड़ने में थाना प्रभारी हिरुसिंह रावत के साथ रायसेन जिले के उप निरीक्षक प्रितमसिंह राजपूत, एएसआई जसवंतसिह डावर, प्रधान आरक्षक जितेन्द्र साकला व संतोष यादव और आरक्षक कमलसिह चौहान की अहम भूमिका रही.