झाबुआ। झाबुआ जिले के पेटलावद विकासखंड की कई ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों को समय पर मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है, साथ ही इस योजना में अनिमितता और धांधली के भी आरोप सरपंच और सचिव पर ग्रामीणों की तरफ से लगाए गए हैं. मामले को लेकर कई बार लोगों ने जनपद सीईओ से भी शिकायत की, इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. कोई समाधान नहीं होने से ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला पंचायत और कलेक्टर कार्यालय में की है.
ग्राम पंचायत रताम्भा, अमरगढ़, जामली, बेकलदा में मनरेगा योजना के तहत मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है. अमरगड़ढ़ ग्राम पंचायत ने मनरेगा में लगाए गए ग्रामीण के ट्रैक्टर का किराया 3 सालों से नहीं दिया, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने पंचायत से लेकर जनपद और सीएम हेल्प लाइन पर भी की है.
आए दिन ग्रामीणजन स्थानीय संस्थाओं की शिकायत लेकर अधिकारियों के पास पहुंचते हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा इन मामलों में उचित कार्रवाई करने के बजाए जांच करने का आश्वासन देकर उल्टे पांव लौटा दिया जाता है. पेटलावद सहित जिले में करीब दो दर्जन से ज्यादा ग्राम पंचायतों की शिकायत जिला पंचायत सीईओ के पास ग्रामीणों ने की, लेकिन इन शिकायतों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
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रताम्भा के ग्रामीणों की शिकायत को लेकर जिला पंचायत सीईओ ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. वहीं ग्रामीणों का कहना है कि, 'आखिर कब तक जांच के नाम पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दिया जाता रहेगा'.