झाबुआ। कोरोना के कहर के चलते कई गरीब तबके और मजदूरों के रोजगार छिन गया है. जो मजदूरी और दिहाड़ी पर आश्रित थे. कोरोना से बचाव को लेकर पीएम मोदी ने देश में लॉकडाउन किया हुआ है. वहीं रोजगार के लिए गुजरात गए कई मजदूर पैदल प्रदेश में वापस लौट रहे हैं. जिसे लेकर रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा की है.
रोजगार के लिए गुजरात गए रतलाम संसदीय क्षेत्र के मजदूरों की सुरक्षित घर वापसी को लेकर गुमान सिंह डामोर ने सीएम से चर्चा की है. झाबुआ-अलीराजपुर सहित धार और रतलाम जिले में बड़ी संख्या में ग्रामीण आदिवासी रोजगार के लिए हर साल गुजरात पलायन पर जाते हैं. लेकिन इन दिनों कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते बदले हालातों में उन्हें वहां बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
लॉकडाउन के चलते इन श्रमिकों को गुजरात के महानगरों में ना तो रोजगार मिल पा रहा है और ना ही जीवन यापन के लिए जरूरी सुविधाएं मिल रही हैं. जिसके चलते मजदूर अपने गांव वापस लौटने को मजबूर हो गए हैं. लॉकडाउन के चलते यातायात के साधन उपलब्ध ना होने पर बड़ी संख्या में आदिवासी मजदूर अपने परिवार महिलाओं और बच्चों के साथ पैदल ही गांव लौटने को मजबूर हैं.
वहीं इस बारे में झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया और रतलाम सांसद गुमान सिंह डामोर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा है. जिसके बाद सीएम शिवराज ने प्रदेश के श्रमिकों की उचित व्यवस्था के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को एक पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने मध्यप्रदेश के मजदूरों की घर वापसी और उचित सुविधा दिए जाने के संबंध में पत्राचार किया है. सीएम की पहल से जिले के हजारों मजदूरों की घर वापसी में सहूलियत होगी.