झाबुआ। कांग्रेस के कद्दावर नेता और झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने जिले के मजदूरों की घर वापसी के लिए कलेक्टर कार्यालय के सामने बगीचे में आंशिक रूप से धरना दिया. भूरिया ने महामहिम राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन भी सौंपा है. ज्ञापन में रोजगार की तलाश में गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में गए जिले के मजदूरों की सकुशल वापसी के लिए राज्य सरकार को निर्देशत करने की मांग की गई.
कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया अपने बेटे और आधा दर्जन समर्थकों के साथ कुछ देर के लिए आंशिक रूप से धरने पर बैठे. इस दौरान भूरिया ने कहा कि राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात में श्रमिक की कोई सुध नही ले रहा.
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रधानमंत्री ने प्रवासी श्रमिकों की व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को दी है, लेकिन भूरिया लगातर मजदूरों को घर लाने के लिए सरकार पर दबाव बना रहे हैं. भूरिया ने 19 मार्च को भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के घर वापसी की गुहार लगाई थी.
झाबुआ सहित अलीराजपुर और रतलाम जिले के बड़ी संख्या में श्रमिक हर साल रोजगार के लिए पलायन करते हैं. कोविड-19 संकट के चलते इस समय देश में लोग डाउन है और आवागमन पूरी तरह से बंद है. भूरिया ने मांग कि है कि जिस तरह से राजस्थान के कोटा से विद्यार्थियों को लाया जा रहा है, उसी तरह राज्य सरकार अन्य प्रदेशों में फंसे झाबुआ जिले के श्रमिकों को भी उनके घर पहुंचाने का काम करें.