झाबुआ। 7 साल की मासूम के साथ गुजरात में हुई दरिंदगी के बाद अब पूरे जिले में आक्रोश बढ़ने लगा है. मासूम को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर जिले के अलग-अलग गांवों और शहरों में ज्ञापन देने का सिलसिला शुरू हो गया है. शनिवार को मासूम के परिजनों से मिलने कलेक्टर-SP पहुंचे. जहां स्थानीयों ने राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर परिवार को सरकार से आर्थिक सहयोग देने की मांग की.
कलेक्टर ने की घोषणाएं
गुरुवार को इस मामले में यूथ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विनय भाबोर ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. उन्होंने पीड़ित परिवार को जरूरी मदद का आश्वासन भी दिया था. शुक्रवार को अलीराजपुर जिले के कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेश पटेल भी पीड़ित परिवार से मिले और तत्काल 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की. शनिवार को कलेक्टर रोहित सिंह भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने परिवार की मदद के लिए कई अहम घोषणाएं की.
दोपहर को पहुंचे कलेक्टर-SP
शनिवार दोपहर कलेक्टर रोहित सिंह और SP आशुतोष गुप्ता पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. इस दौरान कलेक्टर रोहित सिंह ने परिवार को ढांढस बंधाते हुए कई सरकारी योजनाओं के जरिए परिवार की मदद करने की बात कही. कलेक्टर ने परिवार को लाइसेंस शस्त्र लाइसेंस जारी करने और बंदूक भी सरकारी मद से देने की बात कही . इसके अलावा परिवार के घर तक पहुंचने का खराब रास्ता होने पर 100 मीटर सीसी सड़क बनाने, परिवार के किसी व्यक्ति को अस्थाई रूप से सरकारी नौकरी देने, व्यापार व्यवसाय करने के लिए स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत 10 हजार रुपए की मदद करने और कपिल धारा कूप के साथ प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किए साथ ही साथ ही किसी भी प्रकार की जरूरत होने पर उनसे संपर्क करने की बात कही.
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अपराधी को फांसी देने की मांग
शुक्रवार राणापुर, मेघनगर, पेटलावद में अलग-अलग संगठनों ने घटना के विरोध में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा था. जय आदिवासी संगठन के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम राणापुर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था. पेटलावद में नगर वासियों ओर जनजाति विकास मंच के प्लेटफार्म पर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा था. इन सभी ज्ञापनों में आरोपी को फांसी की मांग कर पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की गई है.
जानें पूरा मामला
मामला गुजरात के मोरबी जिले के एक गांव का है. यहां झाबुआ जिले की रहने वाली 7 साल की बच्ची के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी है. बताया जा रहा है कि 18 जनवरी को बच्ची के पिता ने पुलिस थाने में अपहरण किए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले में पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
अपहरण की दर्ज कराई रिपोर्ट
जिले का एक आदिवासी परिवार गुजरात के मोरबी जिले मकनसर के बड़े सिरामिक कारखाने में मजदूरी करने के लिए गया था. 18 जनवरी की शाम को उनकी सात साल की बेटी लापता हो गई थी. जिसके बाद परिजनों ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण किए जाने की आशंका के चलते मोरवी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
21 जनवरी को मिला शव
पुलिस ने मासूम बच्ची की खोजबीन के लिए जांच शुरू की तो मोरबी पुलिस को 21 जनवरी की शाम पांजरा पोल के पास एक बच्ची मृत अवस्था में मिली. जब दंपति ने शिनाख्त की तो खुलासा हुआ कि ये उन्हीं की बेटी है. पुलिस को मृत मासूम के साथ कुछ गलत होने की आशंका हुई, जिसके बाद पोस्टामार्टम रिपोर्ट में उसके साथ रेप होने की पुष्टि हुई.
साथ काम करने वाला निकला आरोपी
अपनी बेटी के साथ रेप का खुलासा होने के बाद परिजनों ने साथ काम करने वाले एक शख्स पर आरोप लगाए हैं. आरोपी झारखंड का रहने वाला है. जब पुलिस ने जांच की तो मालूम हुआ कि झारखंड निवासी दुर्गाचरण उर्फ टारजन ने मासूम का अपहरण कर उसके साथ रेप किया है. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने मासूम की हत्या कर उसकी लाश को सूनसान पांजरा पोल के पास फेंक दिया. और वहां से फरार हो गया. पुलिस ने इस पूरे मामले में दुराचार के साथ अपहरण, रेप, हत्या और पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. फिलहाल आरोपी की तलाश की जा रही है.
आरोपी को फांसी की मांग
इस केस के खुलासे के बाद ग्रामीणों, परिजनों और जनप्रतिनिधियों ने सोशल मीडिया के जरिए आरोपी को फांसी की सजा देने की मांग गुजरात सरकार से की है.
CM शिवराज ने की गुजरात CM से बात
CM शिवराज सिंह चौहान ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी से फोन पर बात की है. साथ ही उन्होंने आरोपी को सख्त से सख्त सजा देने का अनुरोध किया है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार से पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने की मांग की है. इस मामले में पीड़ित परिजनों ने झारखंड के युवक पर आरोप लगाए हैं.