झाबुआ। मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर बढ़ते अत्याचार के विरोध में कांग्रेस आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालेगी. इसकी शुरुआत 19 जुलाई को सीधी जिले से होगी और समापन 7 अगस्त को झाबुआ में होगा. 20 दिवसीय यह यात्रा 17 जिलों की 36 आदिवासी विधानसभाओं में पहुंचेगी. यात्रा का नेतृत्व युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया, प्रदेश आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष रामू टेकाम और आदिवासी कांग्रेस महिला प्रभाग प्रदेश अध्यक्ष चंदा सरवटे करेंगी. इस यात्रा के समापन अवसर पर झाबुआ में आयोजित जनसभा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की बात कही जा रही है.
झाबुआ में होगा समापनः मंगलवार को झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया ने आदिवासी स्वाभिमान यात्रा को लेकर जानकारी साझा की. उन्होंने कहा, ''प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर आदिवासियों के स्वाभिमान को यथावत रखने और उन्हें जागृत करने के उद्देश्य से आदिवासी स्वाभिमान यात्रा निकालने का निर्णय लिया गया है. यह यात्रा सीधी जिले से प्रारम्भ होगी और 7 अगस्त को झाबुआ में समापन होगा.'' प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से यात्रा से संबंधित जिलों के कांग्रेस पदाधिकारियों और पार्टी संगठनों अध्यक्षों से कहा गया है कि वे आदिवासी स्वाभिमान यात्रा को सफल बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
इन विधानसभाओं को कवर करेगी यात्राः आदिवासी स्वाभिमान यात्रा के तहत सीधी, धौहानी, ब्योहारी, मानपुर, जयसिंहनगर, जैतपुर, अनूपपुर, पुष्पराजगंज, डिंडोरी, शाहपुर, निवास, मंडला, बिछिया, बैहारी, पारसवाड़ा, बारघाट, लखनादोन, अमरवाड़ा, जुन्नारदेव, घोड़ाडोंगरी, भैंसदेही, टिमरनी, हरसूद, पंधाना, नेपानगर, भीकनगांव, भगवानपुरा, सेंधवा, पानसेमल, बड़वानी, कुक्षी मनावर, धरमपुरी, गंधवानी, जोबट और झाबुआ विधानसभा का कवर किया जाएगा.