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कोरोना सैंपल की जांच में पिछड़ा झाबुआ, अब इंदौर पर भी निर्भरता जारी - Corona testing figures in Jhabua

कोरोना संक्रमण के इस दौर में कई ऐसे जिले हैं जहां इलाज के व्यवस्था तो कम है ही, ये जिले अपनी जांच कर पाने में भी असमर्थ हैं. ऐसा ही हाल है झाबुआ का...

Jhabua backward in testing corona samples
कोरोना सैंपल जांच में पिछड़ा झाबुआ
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Published : Aug 15, 2020, 12:10 PM IST

झाबुआ। कोरोना महामारी को जिले में दस्तक दिए 4 महीने से ज्यादा का समय गुजर चुका है, बावजूद आदिवासी बहुल झाबुआ जिला कोरोना की जांच के लिए अब तक आत्मनिर्भर नहीं बन पाया. कोरोना लक्षण और संभावित मरीजों के सैंपल की जांच के लिए अब तक झाबुआ पूरी तरह से इंदौर पर निर्भर है. सरकार ने फौरी तौर पर जिले को राहत देने के लिए यहां पर ट्रू नॉट मशीन जरूर भेजी मगर वह भी लिए जाने वाले सैंपलों की जांच करने में नाकाफी साबित हो रही है, लिहाजा 4 महीनों बाद भी झाबुआ के सैंपल जांच के लिए इंदौर भेजे जा रहे हैं.

कोरोना सैंपल जांच में पिछड़ा झाबुआ

ट्रू नॉट मशीन नाकाफी
झाबुआ में कोरोना सैम्पलों की जांच के लिए दो ट्रू नॉट मशीन लगाई गई है जो अधिकतम 40 सैंपल की जांच रोज कर सकती है. एक मशीन में 2 सैंपल की जांच में तकरीबन 1 घंटे का समय लगता है. ऐसे में दिन भर अनुभवी लैब टेक्नीशियन भी 12 से 14 घंटे के काम के बाद महज 30 से 40 सैंपल की जांच रिपोर्ट ही तैयार कर पाता है. वहीं कई बार मशीन में लगने वाली एक्यूमेंट तो कभी किट की कमी से स्थानीय स्तर पर जांच प्रभावित होती है.

Jhabua backward in testing corona samples
सैंपलिंग

रिपोर्ट में देरी बढ़ाती है संक्रमण
जिले में बीते एक पखवाड़े में सवा सौ से अधिक मरीजों के कोरोना संक्रमित होने के बाद विभाग ने सैंपलिंग की स्पीड बढ़ा दी है, जिससे हर रोज 300 से 400 सैंपल जांच के लिए इंदौर भेजे जा रहे हैं. सैंपल की जांच इंदौर में होने और जांच रिपोर्ट आने में देरी के चलते लोगों में भय का माहौल बना रहता है. सिविल सर्जन डॉ बीएस बघेल ने बताया कि झाबुआ जिले में औसतन 300 से 400 सैंपल जांच के लिए इंदौर जा रहे हैं. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ शैलेक्सी वर्मा ने बताया कि कोरोना सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में देरी से चलते कई बार संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ जाता है.

Jhabua backward in testing corona samples
कोरोना जांच लैब

अब तक 7103 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 6400 से ज्यादा सैंपल इंदौर भेजे गए हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब सैंपल की जांच महानगरों में हो रही है तो स्थानीय स्तर पर इलाज की क्या व्यवस्था होगी.

झाबुआ। कोरोना महामारी को जिले में दस्तक दिए 4 महीने से ज्यादा का समय गुजर चुका है, बावजूद आदिवासी बहुल झाबुआ जिला कोरोना की जांच के लिए अब तक आत्मनिर्भर नहीं बन पाया. कोरोना लक्षण और संभावित मरीजों के सैंपल की जांच के लिए अब तक झाबुआ पूरी तरह से इंदौर पर निर्भर है. सरकार ने फौरी तौर पर जिले को राहत देने के लिए यहां पर ट्रू नॉट मशीन जरूर भेजी मगर वह भी लिए जाने वाले सैंपलों की जांच करने में नाकाफी साबित हो रही है, लिहाजा 4 महीनों बाद भी झाबुआ के सैंपल जांच के लिए इंदौर भेजे जा रहे हैं.

कोरोना सैंपल जांच में पिछड़ा झाबुआ

ट्रू नॉट मशीन नाकाफी
झाबुआ में कोरोना सैम्पलों की जांच के लिए दो ट्रू नॉट मशीन लगाई गई है जो अधिकतम 40 सैंपल की जांच रोज कर सकती है. एक मशीन में 2 सैंपल की जांच में तकरीबन 1 घंटे का समय लगता है. ऐसे में दिन भर अनुभवी लैब टेक्नीशियन भी 12 से 14 घंटे के काम के बाद महज 30 से 40 सैंपल की जांच रिपोर्ट ही तैयार कर पाता है. वहीं कई बार मशीन में लगने वाली एक्यूमेंट तो कभी किट की कमी से स्थानीय स्तर पर जांच प्रभावित होती है.

Jhabua backward in testing corona samples
सैंपलिंग

रिपोर्ट में देरी बढ़ाती है संक्रमण
जिले में बीते एक पखवाड़े में सवा सौ से अधिक मरीजों के कोरोना संक्रमित होने के बाद विभाग ने सैंपलिंग की स्पीड बढ़ा दी है, जिससे हर रोज 300 से 400 सैंपल जांच के लिए इंदौर भेजे जा रहे हैं. सैंपल की जांच इंदौर में होने और जांच रिपोर्ट आने में देरी के चलते लोगों में भय का माहौल बना रहता है. सिविल सर्जन डॉ बीएस बघेल ने बताया कि झाबुआ जिले में औसतन 300 से 400 सैंपल जांच के लिए इंदौर जा रहे हैं. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ शैलेक्सी वर्मा ने बताया कि कोरोना सैंपल की जांच रिपोर्ट आने में देरी से चलते कई बार संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ जाता है.

Jhabua backward in testing corona samples
कोरोना जांच लैब

अब तक 7103 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 6400 से ज्यादा सैंपल इंदौर भेजे गए हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब सैंपल की जांच महानगरों में हो रही है तो स्थानीय स्तर पर इलाज की क्या व्यवस्था होगी.

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