झाबुआ। रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले बीजेपी विधायक गुमान सिंह डामोर के इस्तीफे के बाद खाली हुई झाबुआ विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारियां कांग्रेस और बीजेपी ने शुरू कर दी है. कभी कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली इस सीट पर कांग्रेसियों की बगावत के चलते दो बार यह सीट भाजपा के खाते में जा चुकी है, लिहाजा इस बार कांग्रेस अपने गढ़ को बचाने में जुटी है. थांदला से कांग्रेस विधायक वीर सिंह भूरिया का कहना है कि उपचुनाव में झाबुआ सीट पर कांग्रेस ही जीत दर्ज करेगी.
कांग्रेस इस सीट को जीतने के लिए अभी से तैयारियां करती दिख रही है. खुद सीएम कमलनाथ अपने मंत्रियों के साथ झाबुआ में दौरे कर चुके हैं. अगर कांग्रेस इस सीट पर जीत दर्ज करती है, तो उसे विधानसभा में मजबूती मिलेगी. झाबुआ उपचुनाव के लिए भोपाल में भी कांग्रेस में गहरी मंत्रणा चल रही है. माना जा रहा है कि झाबुआ सीट पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया और पूर्व विधायक जेवियर मेडा प्रबल दावेदार हैं.
झाबुआ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को जीतने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जिले के नेताओं के साथ पिछले दिनों बैठक कर यहां किये जाने वाले विकास कार्यों और नाराज कांग्रेसियों को मनाने की कवायद भी शुरू कर दी है, ताकि चुनाव में पार्टी को किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो. मुख्यमंत्री कमलनाथ इस सीट पर निगाहें लगाकर बैठे हैं, क्योंकि उनकी सरकार को सुरक्षित रखने के लिए यह सीट मील का पत्थर साबित हो सकती है.