झाबुआ। कोरोना की मार अभी खत्म भी नहीं हुई थी और मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है. आंधी-तूफान और बारिश ने लोगों को और टेंशन में डाल दिया है. लगातार अलग-अलग जगहों पर हो रही तेज बारिश और हवाओं ने चिलचिलाती गर्मी से छुटकारा तो दिला दिया है, लेकिन इससे भारी नुकसान भी देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में झाबुआ में 12 जून यानि शुक्रवार देर शाम तेज बारिश और हवाओं का सिलसिला जारी रहा, जिसकी वजह से भारी नुकसान हुआ है.
मेघनगर में इन हवाओं का प्रकोप इतना ज्यादा था कि 12 से ज्यादा पेड़ जमीन पर गिर गए. मेघनगर ग्रिड के आसपास के ग्रामीण इलाकों में बिजली सप्लाई शुक्रवार देर शाम से बंद है. बारिश की चपेट में केवल ग्रामीण इलाके ही नहीं बल्कि शहरी इलाके भी आए हैं. दोनों इलाकों में विद्युत लाइन और बिजली पोल गिरने से पिछले 13 घंटों से बिजली नहीं आ रही है, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
तेज हवाओं के चलते मेघनगर नाका, जनपद कार्यालय, आबकारी विभाग, विपणन संस्था, बुनियादी प्राथमिक शाला, बाफना पेट्रोल पंप के आसपास के इलाकों सहित सरकारी कार्यालयों की छतों पर पेड़ गिरने से भारी नुकसान हुआ है. हालांकि धराशाई हुए पेड़ों की चपेट में आने से सड़क किनारे खड़ी कार और बाइक को भी नुकसान पहुंचा है.
बारिश और तेज हवाओं का सबसे ज्यादा असर कच्चे मकानों पर पड़ा है. हवा की गति इतनी तेज थी कि इन मकानों के टीन शेड भी उड़ गए, घर में रखी सारी सामग्री गीली हो गई. इन लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 2 दिनों में जिले में तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है. अब तक यहां 6 इंच के लगभग बारिश हो चुकी है, जिससे लगातार नुकसान का खतरा बना हुआ है.