ग्रामीणों ने आग की सूचना फायर ब्रिगेड और पुलिस कंट्रोल रूम को दी. इस दौरान जंगल के आसपास रहने वाले आदिवासी परिवार के लोगों ने भी पानी से आग बुझाने की कोशिश की. तकीबन डेढ़ घंटे देरी से झाबुआ नगर पालिका की एक फायर ब्रिगेड यहां पहुंची और जंगल की आग पर पानी डालकर उसे काबू पाया.
ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आम, इमली, जामुन, बास और ग्रामीणों के घर से दूर रख जलाऊ लकड़ी जलकर राख हो गई. गनीमत रही कि आग कच्चे घरों तक नहीं पहुंची. ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी वन विभाग का कोई अधिकारी या बीट गार्ड मौके पर नुकसान का आंकलन करने नहीं पहुंचा.