झाबुआ। झाबुआ में हो रही बारिश से कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. पेटलावद क्षेत्र के किसानों की फसलें बारिश से खराब हो गई हैं. खराब फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने रामगढ़ से झाबुआ तक पैदल किसान यात्रा निकाली. शुक्रवार से शुरू हुई किसान पैदल यात्रा रविवार सुबह कलेक्टर ऑफिस पहुंची. इस दौरान किसानों ने टमाटर, सोयाबीन, मिर्ची और मक्का की फसलों को लेकर प्रशासन को अवगत कराया और मुआवजे की मांग की.
किसानों ने कहा कि शासन अन्य जिलों की तरह यहां के किसानों को भी मुआवजा राशि उपलब्ध कराए. जब किसान कलेक्टर को ज्ञापन देने पहुंचे तो पेटलावद विधायक वाल सिंह मेड़ा के समर्थक और किसान एक दूसरे से उलझने लगे. इस दौरान निंयत्रण करने के लिए पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए बीच-बचाव कर विधायक और किसानों को अलग-अलग किया.
कलेक्टर कार्यालय में किसान और विधायक वाल सिंह मेड़ा के बीच हुई इस गरमा गरम बहस के चलते स्थिति कुछ देर के लिए अनियंत्रित हो गई थी. किसानों का आरोप है कि उनके आंदोलन में उन्हें किसी भी प्रकार का राजनीतिक हस्तक्षेप स्वीकार नहीं है. किसानों की मांग को जायज बताते विधायक वाल सिंह मेड़ा ने कहा कि वे खुद एक किसान हैं और उनकी भी फसल अतिवृष्टि के चलते प्रभावित हुई है.
विधायक ने कहा कि अतिवृष्टि के चलते मध्य प्रदेश के कई इलाके प्रभावित हुए हैं और कांग्रेस किसानों के हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से लड़ाई लड़ रही है. किसानों के विरोध के बाद आखिरकार विधायक वहां से चले गए.