झाबुआ। विधायक कांतिलाल भूरिया ने एफसीआई के गोदामों में खराब गेहूं वितरण को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला था, जिसमें आदिवासियों को घटिया किस्म का गेहूं सप्लाई को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया था. विधायक के आरोप के बाद 11 अक्टूबर यानी रविवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा ने पत्रकार वार्ता का आयोजन किया, और कांतिलाल भूरिया को अपने गिरेबान में झांकने, अनर्गल बयानबाजी बंद करने के लिए कहा.
रविवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भानु भूरिया, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व जिला अध्यक्ष शैलेश दुबे ने कांतिलाल भूरिया के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि, 'प्रदेश से कांग्रेस सरकार के जाने का गम और बीजेपी सरकार द्वारा कांग्रेसी घोटाले-बाज माफियाओं पर की जा रही कार्रवाई के चलते कांतिलाल भूरिया छटपटा रहे हैं. वहीं पूर्व जिला अध्यक्ष को पीडीएस के गेहूं में गड़बड़ी के आरोप में पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया था, और जेल की हवा खानी पड़ी थी.'
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भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष भानू भूरिया ने कांग्रेस नेता कांतिलाल भूरिया और जोबट विधायक कलावती भूरिया को ट्रांसपोर्टर सुरेशचंद जैन का हितैषी बताते हुए कहा कि, 'यह नेता जैन के टेंडर निरस्त होने से दुखी हैं, और प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिए खराब गेहूं का आरोप लगा रहे हैं.'
बीजेपी नेताओं ने कहा कि, 'जोबट विधायक अनावश्यक रूप से झाबुआ में हस्तक्षेप कर रही है, जो ठीक बात नहीं है.' वहीं खराब गेहूं की सप्लाई के आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी ने इसे कांग्रेस का सुनियोजित प्रोपेगेंडा बताया है.