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कागजों पर ही धरे रह गए सारे सरकारी दावे, लोग हो रहे हैं परेशान

झाबुआ दौरे के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने जिस सड़क को 7 दिनों के अंदर बनवाने का वादा किया था, उसकी हालत बारिश की वजह से बद से बदतर हो गई है, लेकिन सड़क निर्माण का कोई पता नहीं है.

कागजों पर ही धरे रह गए सारे सरकारी दावे
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Published : Jul 30, 2019, 12:44 PM IST

झाबुआ। 15 जुलाई को झाबुआ पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने झाबुआ से देवझिरी की सड़क को धार्मिक महत्व का बताते हुए इसके टेंडर स्वीकृति की जानकारी मीडिया को दी थी. उन्होंने 15 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क का निर्माण 7 दिनों के भीतर शुरू करने का वादा भी किया था, लेकिन उनका वादा खोखला साबित होता नजर आ रहा है.

कागजों पर ही धरे रह गए सारे सरकारी दावे


गौरतलब है कि बारिश के चलते यहां का पूरा रास्ता कीचड़ से भर जाता है. इसके कारण यहां से गुजरने वाले दर्जनों गांव के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि आने वाले महीनों में झाबुआ में उपचुनाव होने वाले हैं. इस वजह से मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी कैबिनेट के दर्जनों मंत्री झाबुआ का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने सड़क निर्माण का वादा भी किया, लेकिन सभी के वादे धरे के धरे रह गए.


वहीं इस मामले में बीजेपी जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कांग्रेस सरकार और उनके मंत्रियों को झूठा बताया. मामले में कलेक्टर और अन्य किसी अधिकारियों ने कुछ भी कहने से मना किया है.

झाबुआ। 15 जुलाई को झाबुआ पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने झाबुआ से देवझिरी की सड़क को धार्मिक महत्व का बताते हुए इसके टेंडर स्वीकृति की जानकारी मीडिया को दी थी. उन्होंने 15 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क का निर्माण 7 दिनों के भीतर शुरू करने का वादा भी किया था, लेकिन उनका वादा खोखला साबित होता नजर आ रहा है.

कागजों पर ही धरे रह गए सारे सरकारी दावे


गौरतलब है कि बारिश के चलते यहां का पूरा रास्ता कीचड़ से भर जाता है. इसके कारण यहां से गुजरने वाले दर्जनों गांव के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बता दें कि आने वाले महीनों में झाबुआ में उपचुनाव होने वाले हैं. इस वजह से मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी कैबिनेट के दर्जनों मंत्री झाबुआ का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने सड़क निर्माण का वादा भी किया, लेकिन सभी के वादे धरे के धरे रह गए.


वहीं इस मामले में बीजेपी जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कांग्रेस सरकार और उनके मंत्रियों को झूठा बताया. मामले में कलेक्टर और अन्य किसी अधिकारियों ने कुछ भी कहने से मना किया है.

Intro:झाबुआ : मध्य प्रदेश में सरकार और उनके मंत्रियों के दावों को अफसर कितना तवज्जो देते है इसका एक प्रमाण आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में देखने को मिल रहा है।15 जुलाई को झाबुआ पहुँचे पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने झाबुआ से देवझिरी की 9.62 किलो मीटर की सड़क को धर्मिक महत्तव का बताते हुई इसके टेण्डर स्वकृति की जानकारी मीडिया को दी थी साथ ही 15 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सड़क का निर्माण 7 दिनों के भीतर शुरू करने का वादा भी किया था ,मगर उनका यह 30 जुलाई तक वादा खोखला साबित हुआ ।


Body:कभी राष्ट्रीय राजमार्ग 59 का हिस्सा है इस सड़क की बदहाली लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। इन दिनों बारिश के चलते पूरा रास्ता कीचड़ से सन जाता है जिससे यहां से गुजरने वाले दर्जनों गांव के ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी के चलते pwd मंत्री के दौरे के समय पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने इस सड़क को जल्दी पूरा करने की बात मंत्री सज्जन सिंह वर्मा से कही थी ताकि आने वाले महीनों में झाबुआ विधानसभा में इसका राजनीतिक लाभ उठाया जा सके।


Conclusion:झाबुआ उपचुनाव के चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी कैबिनेट के दर्जनों मंत्री झाबुआ का दौरा कर चुके हैं। ऐसे कैबिनेट मंत्रियों के वादे खोखले साबित होंगे तो आने वाले चुनाव पर इसका असर स्वाभाविक रूप से पड़ेगा, इधर मंत्री के वादे के बाद बीजेपी जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने कटाक्ष करते हुए कांग्रेस सरकार ओर उनके मंत्रियों को झूठ बोलने वाले लोग बताये।इस मामले को लेकर ना तो कलेक्टर और ना ही पीडब्ल्यूडी के ईई कुछ भी कहने को तैयार है ।
बाइट ओम प्रकाश शर्मा जिला अध्यक्ष भाजपा
विजुअल सज्जन सिंह वर्मा 15 जुलाई को झाबुआ में पहुंचे थे सड़क निर्माण के स्वीकृत टेंडर मीडिया को दिखाते हुए
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