झाबुआ। कोरोना से निजात पाने के लिए देशभर में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेजी से शुरु हो गया है. आदिवासी बहुल झाबुआ में कोरोना से बचाव के लिए चार केंद्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है. इन चारों केन्द्रों पर पहले चरण में 303 स्वास्थ्य और महिला बाल विकास के कार्यकर्ताओं को टीका लगाया गया था. इन्हीं केंद्रों पर दूसरे चरण में कुल 240 फ्रंटलाइन वॉरियर्स को टीका लगाया गया. इन चारों स्वास्थ्य केंद्रों पर एसएमएस के माध्यम से 100-100 चयनित कार्यकर्ताओं को टीकाकरण के लिए बुलाया गया था.
पहले चरण के मुकाबले दूसरे चरण में हुए टीकाकरण में टीका लगाने वाले लोगों की संख्या कम रही. राज्य सरकार ने झाबुआ जिले में कोरोना का टीकाकरण के लिए 4 स्वास्थ्य केंद्रों का चयन किया है. झाबुआ जिला अस्पताल में दूसरे चरण में 64 ,पिटोल उप स्वास्थ्य केंद्र पर 56, थांदला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 68 और रंभापुर उप स्वास्थ्य केंद्र पर 52 कार्यकर्ताओं को टीका लगाया गया.
टीकाकरण के बाद भी सावधानी जरूरी
जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेपीएस ठाकुर का कहना है कि टीकाकरण के बाद भी आम लोगों को कोरोना महामारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. लोगों को अभी भी अनिवार्य रुप से मास्क पहनना है और साथ में जितना हो सके उतना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना है. हम कोरोना से बचाव के लिए तय दिशानिर्देश का जितना पालन करेंगे उतनी ही जल्दी कोरोना को जिले से मिटाने में कामयाब होंगे.
जो टीका लगाया जा रहा है वह पूरी तरह से सुरक्षित है
कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सोशल मीडिया में आ रही खबरों के बाद लोगों में टीकाकरण को लेकर भ्रम फैलता जा रहा है. इसको लेकर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि टीकाकरण को लेकर कोई भी व्यक्ति भ्रम की स्थिति में न रहे. जो टीका लगाया जा रहा है वह पूरी तरह सुरक्षित है. सीएमएचओ ने आगे कहा कि टीका कोरोना से बचाव के लिये लगाया जा रहा है, लिहाजा इससे डरने की कोई आवश्यकता नहीं है.