भोपाल: आयुर्वेद में बेहद स्वास्थ्य कारक माने जाने वाले मुनगा यानी सहजन की पत्तियां ब्रेस्ट कैंसर के उपचार में भी बेहद कारगर साबित होगी. एम्स भोपाल में इसको लेकर किए जा रहे शोध के नतीजे बेहद सकारात्मक आए हैं. रिसर्च में पता चला है कि सहजन की पत्तियों में पाया जाने वाला रासायनिक कंपाउंड और कीमीथैरेपी की दवाओं को साथ में उपयोग करने से ब्रेस्ट कैंसर को बहुत जल्दी कंट्रोल किया जा सकता है. इस तकनीक से होने वाली कीमोथैरेपी से आम कीमोथैरेपी जैसे साइड इफेक्ट भी सामने नहीं आएंगे.
सहजन में कैंसर रोकने के भी गुण मौजूद
सहजन की पत्तियों को लेकर यह रिसर्च एम्स भोपाल की जीव रसायन विभाग की नेहा मसारकर द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि संस्थान में सहजन की पत्तियों, बीज और तने सहित कई विषयों पर रिसर्च की जा रही है. इसमें से सहजन की पत्तियों को लेकर की गई रिसर्च में पाया गया कि मोरिंगा ओलिफेरा यानी सहजन की पत्तियों में पाया जाना वाला खास कंपाउंड बेहद असरकारक है. इसमें कैंसर को रोकने में खास गुण होते हैं, जो कैंसर को बढ़ने नहीं देते और इसे खत्म करने में कारगर हैं.
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चूहों पर की गई रिसर्च
एम्स भोपाल द्वारा अभी यह रिसर्च चूहों पर की गई है. इसके लिए 30 इम्यून कांम्प्रोमाइज्ड चूहे इंपोर्ट किए गए थे. इन चूहों में 15 दिन तक कैंसर के ट्यूमर को डेवलप किया गया, फिर इन्हें दो ग्रुप में डिवाइड किया गया. इसमें से एक ग्रुप को सहजन की पत्तियों से निकाले गए कंपाउंड और कीमोथैरेपी के कॉम्बीनेशन से इनका इलाज शुरू किया गया. इन चूहों की 6 माह तक निगरानी की गई और सहजन की पत्तियों से इलाज का असर देखा गया. इसके नतीजे बेहद असरकारक आए हैं. चूहों पर प्रयोग सफल होने के बाद अब एम्स भोपाल ने केन्द्र सरकार से इसके क्लीनिकल ट्रायल किए जाने की मंजूरी मांगी है. केन्द्र से अनुमति मिलने के बाद इसका इंसानों पर ट्रायल शुरू किया जाएगा.