जबलपुर। गर्मी के समय पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती हैं. कुएं-तालाब सूख जाते हैं, तो ऐसे समय में पहाड़ से लगातार पानी बहना लोगों के लिए रहस्य बन जाता हैं. ऊंचे पहाड़ में पानी कहां से आ रहा है, ये सभी के लिए रहस्य बना हुआ हैं. हम बात कर रहे है जबलपुर की, जहां रायपुर-जबलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहाड़ से पानी बह रहा हैं. यह पानी कहा से आ रहा हैं, लोगों को नहीं पता. हालांकि, यह पानी लोगों के लिए औषधि बन गया हैं, जिसका कोरोना काल के दौरान खूब उपयोग किया जा रहा हैं.
बरेला के पहाड़ से रिस रहा है पानी, लोगों के लिए बना रहस्य
गर्मी के समय जब बरेला के आसपास नदी, कुएं और तालाब सूख जाते हैं. बावजूद इसके पहाड़ से पानी बहकर आना यहां रहने वाले लोगों के लिए रहस्य बना हुआ हैं. शुरू में लोगों को लगा कि शायद सड़क बनाते समय कोई पाइपलाइन टूट गई होगी, पर जब इसकी जांच की गई, तो पता चला कि यहां से तो कोई पानी की पाइपलाइन गई ही नहीं है. अब लोग भी सोच रहे है कि आखिर इतनी गर्मी में पहाड़ से कहा से पानी आ रहा हैं.
औषधियुक्त है पानी, कोरोना काल में बन रहा है लाभकारी
पहाड़ों से आने वाला पानी बहुत ही लाभदायक हैं. माना जा रहा है कि कोरोना काल में यह पानी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर साबित हो रहा हैं. यही कारण है कि इस रास्ते से जो भी निकलता हैं, वह न सिर्फ इस पानी को पीता है बल्कि उसे अपने साथ बोतलों में भी भरकर ले जाता हैं.
न सिर्फ इस पानी का स्वाद अच्छा है बल्कि कई जड़ी-बूटियों से मिलकर आने वाला पानी शरीर के लिए लाभदायक भी हैं. यही कारण है कि अब इस पानी को लेने के लिए लोग आ रहे हैं.
कोरोना संक्रमण काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार और पेय पदार्थ का होना जरूरी हैं. कुछ लोगों का मानना है कि इस समय पर्वत से बहकर आने वाला पानी हमारे शरीर के लिए लाभकारी हैं. यही मानते हुए अब ज्यादा से ज्यादा लोग इस पानी का सेवन कर रहे हैं.
बहरहाल, इस पानी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े या न बढ़े, पर मन को शांति जरूर मिल रही हैं.
स्वास्थ्य विभाग करवाएगा पीएचई के माध्यम से जांच
पहाड़ से पानी झिर रहा हैं. इसकी जानकारी लगते ही आसपास के लोग पानी लेने पहुंचने लगे है. इधर स्वास्थ्य विभाग अब पहाड़ से निकल रहे पानी की जांच के लिए पीएचई से संपर्क कर रहा है. स्वास्थ्य विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. संजय मिश्रा का मानना है कि हमारा देश मान्यताओं का देश है. इसलिए लोग कही सुनी बातों में विश्वास करने लगते हैं, पर पानी की जांच करवाना अनिवार्य भी है.
कोरोना काल में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पौष्टिक खान-पान का होना जरूरी है. कुछ लोगों का मानना है कि इस समय पर्वत से बहकर आने वाला पानी हमारे शरीर के लिए लाभकारी है. यही मानते हुए अब ज्यादा से ज्यादा लोग इस पानी का सेवन कर रहे है.