जबलपुर। कभी भाजपा का झंडा थाम कर विधायक बनने वाले लक्ष्मण तिवारी अब अपनी ही पार्टी को घेरने में जुट गए है. हालांकि अब ये भाजपा में नहीं है. पर इसकी आड़ में राज्य सरकार पर आरोप लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे है. भाजपा से रीवा-मऊगंज से विधायक रहे लक्ष्मण तिवारी अब विंध्य के बाद महाकौशल की उपेक्षा पर राज्य सरकार पर आरोप लगाना शुरू कर दिए है.
महकौशल-विंध्य को अलग प्रदेश बनाने की मांग को लेकर अब सरकार को घेरने की रणनीति तेज हो गई हैं. मऊगंज से पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी अब अजय विश्नोई के बाद शिवराज सरकार को घेरने में जुट गए है. जबलपुर में मीडिया के से बात करते हुए लक्ष्मण तिवारी ने शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाए, पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि भाजपा मंदिर और राष्ट्रीयता के नाम पर दिखावा कर रही है.
महाकौशल-विंध्य की उपेक्षा
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने कहा कि महाकौशल-विंध्य से सबसे ज्यादा राजस्व मप्र सरकार के खजाने में आता है, इसके बाबजूद दोनों क्षेत्रों की उपेक्षा की जा रही है. वही उन्होंने कहा कि मंत्रीमण्डल में महाकौशल के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
याचनाएं करनी पड़ रही जनप्रतिनिधियों को
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने आरोप लगाया कि महाकौशल-विंध्य के नेताओं को सरकार के सामने हर एक काम के लिए याचनाएं करनी पड़ रही है, दोनों क्षेत्रों के विकास के नाम पर सिर्फ सरकार ने सपने दिखाएं हैं.
नया सपना देख रहें हैं महाकौशल और विंध्य
लक्ष्मण तिवारी ने कहा जबलपुर हो या रीवा य फिर महाकोशल-विंध्य का कोई भी जिला, सब कुछ तो ले लिया गया है. बडे-बड़े उद्योगों के नाम पर सिर्फ ख्वाब दिखाए गए. कॉलेज से लेकर बड़े-बड़े संस्थानों का ट्रांसफर इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर में कर दिया गया और महाकौशल और विंध्य खाली हाथ सिर्फ एक नया सपना देख रहा है.
विंध्य प्रदेश को लेकर कई विधायक है संपर्क में
लक्ष्मण तिवारी ने अलग मध्य प्रदेश को लेकर कहा है कि विंध्य प्रदेश बनाने के लिए ना सिर्फ दूसरी पार्टी बल्कि भारतीय जनता पार्टी के भी कई विधायक उनके संपर्क में हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में जिस तरह से मैहर विधायक नारायण तिवारी ने विंध्य प्रदेश को लेकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया था, वह इसका सिर्फ एक नमूना है.
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई भी उठा चुके हैं सवाल
महाकौशल-विंध्य की लगातार हो रही उपेक्षा को लेकर शिवराज सरकार को घेरने में उनकी पार्टी के बड़े नेता भी पीछे नहीं हैं. गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व मंत्री अजय विश्नोई ने भी महाकौशल और विंध्य की उपेक्षा को देखते हुए अपनी सरकार को घेरा था.